[ad_1]
Last Updated:
आगरा की तीन बैंकों से करीब 92 हजार रुपए के जाली नोट रिजर्व बैंक पहुंच गए हैं. रिजर्व बैंक की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. बैंक कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप है. आइए जानते हैं पूरा मामला…

हाइलाइट्स
- आगरा की तीन बैंकों से 92 हजार रुपये के जाली नोट रिजर्व बैंक पहुंचे.
- बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और पीएनबी शामिल हैं.
- रिजर्व बैंक की शिकायत पर आगरा पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.
आगरा: आगरा जिले एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां के तीन बैकों से नकली नोट रिजर्व बैंक पहुंचे हैं. ऐसे में यह मामला बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक और पंजाब नेशनल बैंक से कुल 92 हजार रुपए के जाली नोट रिजर्व बैंक में जमा कराए गए, जिसके बाद रिजर्व बैंक की तरफ से तीन अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई गईं. अब इस पूरे मामले की थाना हरिपर्वत पुलिस जांच कर रही है.
ऐसे हुआ मामले का खुलासा
बताया जा रहा है कि ये जाली नोट बैंकिंग प्रक्रिया के दौरान रिजर्व बैंक में भेजे गए. रिजर्व बैंक में स्टैंडर्ड जांच के बाद मामले सामने आया. इसकी गंभीरता को देखते हुए रिजर्व बैंक ने तुरंत थाना हरिपर्वत में शिकायत दी और इसके आधार पर तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए. पुलिस अब बैंक स्टाफ की भूमिका की जांच कर रही है.
खास बात यह भी है कि जाली नोटों की जानकारी और उनका पूरा विवरण NCRB (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो) की वेबसाइट पर भी अपलोड किया गया है. जिससे इसका रिकॉर्ड राष्ट्रीय स्तर पर रहे और अन्य एजेंसियां भी अलर्ट रहें.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह आशंका जताई जा रही है कि बैंक कर्मचारियों ने जानबूझकर जाली नोटों को नजरअंदाज किया. इसके अलावा नोटों की पहचान करने में भारी लापरवाही की गई होगी. दोनों ही स्थितियों में यह बड़ी लापरवाही मानी जा रही है.
वहीं, हरिपर्वत पुलिस स्टेशन के प्रभारी ने बताया कि बैंक से जुड़े दस्तावेज और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं. जल्द ही संबंधित बैंक कर्मचारियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. अगर किसी की मिलीभगत सामने आती है तो IPC की गंभीर धाराओं में कार्रवाई तय मानी जा रही है.
बैंकिंग जानकारों का मानना है कि यह मामला सिर्फ आगरा ही नहीं बल्कि पूरे बैंकिंग सिस्टम को अलर्ट करने वाला है. बैंकों को नकली नोटों की पहचान और उनके प्रसार को रोकने के लिए अपने सिस्टम को और मजबूत करने की जरूरत है.
[ad_2]
Source link