[ad_1]
Last Updated:
Mushroom Farming: सहारनपुर जनपद मशरूम उत्पादन में प्रदेश में नंबर एक है. किसानों को बरसात के मौसम में नमी बढ़ने पर आधी फ्रुटिंग वाले मशरूम बैगों से दोबारा उत्पादन मिल सकता है. डॉक्टर आई. के कुशवाहा ने बताया.
आधी फ्रुटिंग देने वाले मशरूम के बैगों को न करें खराब, बस बरसात का करें इंतजार
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी व प्रोफेसर डॉक्टर आई. के कुशवाहा ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि जब तक मशरूम के बैग से पूरा उत्पादन न ले लें किसानों को तब तक सही ढंग से लाभ नहीं मिलता है. जिन किसानों ने अप्रैल मई में ओएस्टर में मशरूम लगाया था और उन्होंने प्रयास किया था कि वह तापमान मेंटेन कर नमी बनाकर उत्पादन ले लेंगे. लेकिन हमारे जनपद सहारनपुर में कुछ किसान ऐसे हैं जो प्रयास करने के बाद भी टेंपरेचर मेंटेन नहीं कर पाए और नमी नहीं दे पाए. इसलिए उनका उत्पादन बीच में ही रुक गया. अगर ऐसे बैग किसानों के पास घर में रखे हुए हैं. काले नहीं हुए हैं, अभी भी सफेद रंग के हैं और उसमें थोड़ी भी नमी है, तो बरसात के मौसम में नेचुरल तरीके से जैसे ही नमी बढ़ती है वह मशरूम के बैगों के लिए वरदान साबित होती है. ऐसे बैग जिनसे मशरूम का पूरा उत्पादन नहीं मिला है, तो उन बैगों में मशरूम का उत्पादन निकलना शुरू हो जाता है. कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो कि ऐसे बैग को खोल करके एक कमरे में ढेर बना कर रख दें. उसके ऊपर हल्का पानी का छिड़काव जरूर कर दें. जैसे ही वातावरण में नमी बनेगी, वैसे ही ओएस्टर मशरूम का उत्पादन शुरू हो जाएगा. ऐसे मशरूम को आप मार्केट में बेचने और सुखाकर रखने में भी प्रयोग कर सकते हैं.
[ad_2]
Source link