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थाईलैंड सरकार ने विदेशी यात्रियों पर 300 बाट का नया टैक्स लगाने का फैसला किया है. पिछले साल भारत से थाईलैंड भ्रमण के लिए जाने वालों की संख्या 21 लाख थी.

भारत के कई लोग थाईलैंड घूमने का सपना रखते हैं, क्योंकि एक तो वीजा ऑन अराइवल है और दूसरा बाय एयर दिल्ली से थाईलैंड आना-जाना दिल्ली से गोवा के टूर से भी सस्ता पड़ जाता है. सस्ते टिकट, सुंदर समुद्र तट और रंगीन नाइटलाइफ के कारण यह जगह भारतीय यात्रियों की फेवरेट डेस्टिनेशन बन चुकी है. लेकिन अब यहां छुट्टियां मनाना थोड़ा महंगा पड़ सकता है. थाईलैंड की सरकार एक नया नियम लाने जा रही है, जिसके तहत वहां आने वाले विदेशी यात्रियों से 300 बाट (Baht, थाईलैंड की करेंसी) का टैक्स लिया जाएगा. भारतीय करेंसी में यह 820 रुपये होंगे. यह रकम हर उस विदेशी व्यक्ति से वसूली जाएगी, जो थाईलैंड की धरती पर कदम रखेगा.
कब से लागू होगा ये टैक्स
फिलहाल इस टैक्स की कोई तय तारीख नहीं है, लेकिन सरकार की योजना इसे नियमों और तकनीकी प्रक्रिया पूरी होने के 4 महीने के भीतर लागू करने की है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह टैक्स साल 2026 के आखिर तक शुरू किया जा सकता है. इसका मतलब है कि अगर आप आने वाले समय में थाईलैंड की यात्रा की सोच रहे हैं, तो अपने बजट में थोड़ा और खर्च जोड़ना पड़ सकता है.
किस साल कितने भारतीय थाईलैंड गए? | ||
वर्ष | भारतीय पर्यटकों की संख्या | कारण |
2020 | लगभग 70,000 | महामारी के कारण सीमित उड़ानें और लॉकडाउन. |
2021 | लगभग 80,000 | यात्रा प्रतिबंधों के कारण न्यूनतम आगमन. |
2022 | 1 लाख 38,000 | प्रतिबंध हटने के बाद रिकवरी शुरू. |
2023 | 16 लाख 28 हजार 542 | लोग फिर से घूमने निकले. वीजा छूट का असर. |
2024 | 21 लाख | रिकॉर्ड संख्या, वीजा-मुक्त नीति से 30% वृद्धि. |
आंकड़े – Tourism Authority of Thailand – TAT |
सरकार ने संबंधित एजेंसियों को यह भी निर्देश दिया है कि आम लोगों को इस टैक्स का मकसद ठीक से समझाया जाए. थाईलैंड सरकार चाहती है कि यात्रियों को साफ बताया जाए कि उनसे ली जाने वाली रकम कहां खर्च होगी. इस पैसे से वहां आने वाले पर्यटकों के लिए इंश्योरेंस कवर और पर्यटन से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर किया जाएगा. यानी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को और मजबूत बनाने के लिए यह टैक्स लगाया जा रहा है.
रकम बड़ी नहीं, मगर बजट में जुड़ेगी जरूर
सरकार का कहना है कि टैक्स लगाने से पहले पारदर्शिता जरूरी होगी. यात्रियों को यह भरोसा दिलाना होगा कि उनका पैसा वाकई उनके ही काम में लगाया जाएगा. इसलिए सरकार प्रचार अभियान चलाकर लोगों को जानकारी देगी. भारत से हर साल लाखों यात्री थाईलैंड घूमने जाते हैं. ऐसे में 300 बाट का अतिरिक्त टैक्स किसी के लिए बड़ी रकम तो नहीं है, लेकिन जब यह खर्च टिकट, होटल और अन्य खर्चों में जुड़ जाएगा, तो कुल यात्रा लागत बढ़ सकती है. थाईलैंड का यह कदम कई देशों में पहले से लागू ‘टूरिज्म टैक्स’ जैसा ही है.
मलखान सिंह पिछले 17 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. लगभग 4 साल से News18Hindi के साथ काम कर रहे …और पढ़ें
मलखान सिंह पिछले 17 वर्षों से ख़बरों और कॉन्टेंट की दुनिया में हैं. प्रिंट मीडिया से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई नामी संस्थानों का नाम प्रोफाइल में जुड़ा है. लगभग 4 साल से News18Hindi के साथ काम कर रहे … और पढ़ें
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