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भक्तों को आवाजाही में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए वन-वे ट्रैफिक शुरू किया गया है. भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक परिवर्तन किया जाएगा.
हाइलाइट्स
- महाकुंभ में तीसरे अमृत स्नान के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है.
- यात्रियों के आवागमन को लेकर बेहतर व्यवस्था की गई है.
प्रयागराजः मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में हुई भगदड़ की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की सरकार ने बसंत पंचमी पर अमृत स्नान के लिए खास व्यवस्था की है. भीड़ को मैनेज करने के लिए सरकार ने ऑपरेशन-11 चलाया है. सीएम योगी के निर्देश पर वन-वे ट्रैफिक और पोंटून पुल को भी खोल दिया गया है. इसके अलावा त्रिवेणी घाट पर भीड़ को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई और बैरिकेडिंग भी बढ़ा दी गई है. पिछले अमृत स्नान पर हुई भगदड़ में करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी और कई श्रद्धालु घायल हो गए थे. आइए जानते हैं क्या है ऑपरेशन-11…?
1- वन-वे मार्ग को सख्ती से लागू करना – भक्तों को आवाजाही में किसी तरह की कोई परेशानी ना हो, इसके लिए वन-वे ट्रैफिक शुरू किया गया है. भीड़भाड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक परिवर्तन किया जाएगा और पोंटून पुल भी खोले गए हैं. भीड़ की आवाजाही को कंट्रोल करने के लिए स्नान घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेड्स तैनात किए गए हैं.
2. प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है – नैनी से संगम तक यातायात को कंट्रोल करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक अतिरिक्त पीएसी यूनिट को तैनात करके नए यमुना पुल पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. दो मोटरसाइकिल पेट्रोलिंग टीम लगातार ड्यूटी पर रहेंगे और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुल की रेलिंग को मजबूत किया गया है.
3. शास्त्री ब्रिज पर विशेष निगरानी – झूंसी से संगम तक यातायात को नियंत्रित करने के लिए शास्त्री ब्रिज पर एक पीएसी कंपनी और एक वरिष्ठ अधिकारी के साथ-साथ दो पेट्रोलिंग टीम तैनात की गई है.
4. टीकरमाफी मोड़ पर भीड़ नियंत्रण – टीकरमाफी मोड़ पर भीड़ को मैनेज करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी की देखरेख में एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) यूनिट तैनात की गई है. सुचारू आवागमन के लिए झूंसी से यातायात को कटका तिराहा, जिराफ चौराहा, छतनाग मोड़ और समुद्रकूप मोड़ से डायवर्ट किया जाएगा.
5. फाफामऊ और पोंटून पुलों पर विशेष व्यवस्था – फाफामऊ पुल और पोंटून पुलों पर, दो मोटरसाइकिल गश्ती दस्ते भीड़ की आवाजाही पर नजर रखेंगे और एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर पीएसी कर्मियों को तैनात किया जाएगा.
6. रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर भीड़ को मैनेज करने के लिए एक वरिष्ठ अधिकारी के नेतृत्व में एक पीएसी इकाई को एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर बैरिकेड्स के साथ तैनात किया गया है. इसके अलावा रेलवे तीर्थयात्रियों के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाने के लिए को ऑर्डिनेशन कर रहा है.
7. झूंसी में विशेष बस संचालन – सरस्वती द्वार पर एक अस्थायी बस स्टेशन से गोरखपुर और वाराणसी जाने वाले श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी. भक्तों के लिए बेहतर परिवहन व्यवस्था करने के लिए अंदावा, सरस्वती द्वार और सहसो के बीच शटल सेवाओं के साथ अतिरिक्त बसें रात भर झूंसी में तैनात रहेंगी.
8. प्रयाग जंक्शन पर बढ़ी सुरक्षा – प्रयाग जंक्शन पर पुलिस बल और दो पीएसी कंपनियों के साथ तीन पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) तैनात किए गए हैं. आईईआरटी फ्लाईओवर से यातायात नियंत्रित करने के लिए युधिष्ठिर चौराहे पर मजबूत बैरिकेडिंग लगाई गई है.
9. जीटी जवाहर और हर्षवर्द्धन चौराहा पर भीड़ प्रबंधन – मेडिकल कॉलेज चौराहा और बाल्सन चौराहा पर यातायात को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी, पुलिस कर्मी और पीएसी इकाइयां तैनात की गई हैं. बाल्सन से बख्शीबांध होते हुए नागवासुकि तक डायवर्जन रहेगा. तीर्थयात्रियों को मेला मैदान तक पहुंचने के लिए स्टेनली रोड चौराहा से लाजपत राय रोड, मंडलायुक्त कार्यालय तिराहा, भारत स्काउट्स, मजार चौराहा और आईईआरटी पार्किंग के माध्यम से निर्देशित किया जाएगा.
10. अतिरिक्त सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल उपाय – अंदावा और सहसो चौराहे पर अतिरिक्त यातायात पुलिस और सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, साथ ही नौ मोटरसाइकिल गश्ती दल क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्रेन भी उपलब्ध रहेंगी.
11. अतिरिक्त बलों की तैनाती – तीसरे अमृत स्नान के लिए, वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में संवेदनशील स्थानों पर दो अतिरिक्त रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) कंपनियां और तीन पीएसी कंपनियां तैनात की गई हैं। छप्पन त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) और 15 मोटरसाइकिल गश्ती दल नियमित गश्त करेंगे. सुचारू आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए प्रमुख यातायात डायवर्जन बिंदुओं पर सीएपीएफ और पीएसी के जवान तैनात रहेंगे.
February 03, 2025, 13:08 IST
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