Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Agency:News18 Bihar

Last Updated:

महाकुंभ जाने की सोच रहे हैं लेकिन ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा है, इसी को देखते हुए पूर्वी चंपारण के इस गांव में यात्रियों के लिए बस सेवा शुरू की गई है. जिससे आप आसानी से न सिर्फ महांकुभ बल्कि वाराणसी और अयोध्या …और पढ़ें

X

महाकुंभ जाने की सोच रहे है और ट्रेन का नहीं मिल रहा टिकट, तो चंपारण से हो गई ये शानदार व्यवस्था

बस संचालक यात्रा के बारे में समझाते हुए

हाइलाइट्स

  • महाकुंभ यात्रा के लिए 66-सीटर एसी बस की व्यवस्था.
  • यात्रा में वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज के दर्शन शामिल.
  • यात्रा शुल्क ₹2000 (सिटिंग) और ₹2500 (स्लीपर) है.

पूर्वी चंपारण. महाकुंभ जाने के साथ लोग आसपास के कई और तीर्थ स्थल का प्लान करके जाते हैं. जैसे वाराणसी, अयोध्या के साथ कई स्थानों पर भी खूब भीड़ पहुंच रही है. लेकिन इस बीच लोगों को यातायात साधन की समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है. ट्रेन का टिकट आसानी से मिल नहीं रहा है, ऐसे में पूर्वी चंपारण के एक व्यक्ति ने सुदूर गांव में रह रहे लोगों के लिए बस से यात्रा का प्लान किया है. महाकुंभ की एक यात्रा वह पहले करा चुके हैं.

लोकल 18 से बातचीत में संतोष झा बताते हैं कि इस यात्रा के प्लान के पीछे सबसे बड़ा कारण है कि सुदूर गांव के लोगों की मंशा भीतर से है कि हम दर्शन करें, लेकिन सक्षम नहीं हो पा रहे हैं. ट्रेन में टिकट नहीं मिल रहा है और कोई ऐसा साधन नहीं मिल रहा जिससे एक बार में प्रयागराज सहित अन्य महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों पर सुविधा के साथ सपरिवार जाया जा सकें. गाड़ी करके जाने पर खर्च दोगुना हो जाएगा.

क्या है व्यवस्था?
संतोष झा के अनुसार 66 सीटर एसी बस जो कि 10 फरवरी को खुलेगी. इस बार बनारस काशी विश्वनाथ का दर्शन होगा, उसके बाद विंध्याचल माई, फिर प्रयागराज अमृत स्नान, अयोध्या में भी दर्शन करने की कोशिश होगी. वापसी में गोपालगंज स्थित थावे माई का भी दर्शन करेंगे. इस यात्रा में सहभागी बनने के लिए 2000 सिटिंग के लिए और 2500 स्लीपर के लिए देना है. खाना-पानी की व्यवस्था यात्रियों को खुद करना होगी. यात्रियों के सुविधानुसार जगह-जगह पर गाड़ी रोकी जाएगी.

पहली यात्रा में गए यात्री का अनुभव
लोकल 18 से यात्री अजित श्रीवास्तव बताते हैं मैंने पहले इनके साथ यात्रा की थी, अच्छा अनुभव रहा. बिना किसी समस्या के सामूहिक तौर पर गए यात्रा का आनंद बढ़ गया. वहीं गुनलशन झा ने बताया कि मैं भी गया था काफी बढ़िया अनुभव रहा, कोई भी परेशानी नहीं हुई थी और सही सलामत घर पर आ गए.

homelifestyle

महाकुंभ जाने की सोच रहे है और ट्रेन का नहीं मिल रहा टिकट, अब हो गई ये व्यवस्था

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment