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Agency:News18 Uttar Pradesh

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Prayagraj Mahakumbh Income : कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के चलते लगभग 3 लाख करोड़ रुपये के कारोबार का अनुमान जताया है. महाकुंभ में आस्था से अर्थव्यवस्था तक का अद्भुत संगम दे…और पढ़ें

महाकुंभ ने भर दी तिजोरी, अब तक हुआ इतने लाख करोड़ का कारोबार, अयोध्या-बनारस में भी बरसी लक्ष्मी

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के मुताबिक, महाकुंभ में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है.

हाइलाइट्स

  • महाकुंभ में 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ.
  • प्रयागराज के 150 किमी दायरे में व्यापार बढ़ा.
  • अयोध्या और वाराणसी की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली.

प्रयागराज. महाकुंभ में लगभग 3 लाख करोड़ रुपये का कारोबार हुआ है. आस्था से अर्थव्यवस्था तक का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है. महाकुंभ भारत का सबसे बड़ा आर्थिक आयोजन बनकर उभरा है. स्थानीय व्यापार को भारी बढ़ावा मिला है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के अनुसार, प्रयागराज ही नहीं बल्कि 150 किलोमीटर के दायरे में व्यापार में जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. अयोध्या, वाराणसी और अन्य धार्मिक स्थलों की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है. महाकुंभ आस्था और अर्थव्यवस्था के गहरे संबंध को दर्शा रहा है.

विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुम्भ ने व्यापार और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अनुसार, इस बार के महांभ ने 3 लाख करोड़ रुपये (360 बिलियन अमेरिकी डॉलर) से अधिक का कारोबार जनरेट किया है. यह भारत के सबसे बड़े आर्थिक आयोजनों में से एक बन गया है. CAIT के महासचिव और सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह आयोजन आस्था और अर्थव्यवस्था के गहरे संबंध को दर्शाता है.

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13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है. खंडेलवाल ने बताया कि शुरुआती अनुमान के अनुसार 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और 2 लाख करोड़ रुपये के व्यापार की संभावना थी, लेकिन देशभर में इस आयोजन को लेकर अभूतपूर्व उत्साह के कारण कुल व्यापार 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है.

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60 करोड़ श्रद्धालुओं के आने से महाकुंभ के दौरान कई व्यापारिक क्षेत्रों में बड़ा आर्थिक उछाल देखने को मिला. इनमें प्रमुख रूप से पर्यटन, होटल , आवास सेवाएं, फूड, पेय पदार्थ उद्योग, परिवहन , लॉजिस्टिक्स पूजा सामग्री, धार्मिक वस्त्र ,हस्तशिल्, पहेल्थकेयर , वेलनेस सेवाएं, मीडिया, विज्ञापन , मनोरंजन उद्योग, स्मार्ट टेक्नोलॉजी, सीसीटीवी-टेलीकॉम और AI आधारित सेवाएं शामिल हैं.

150 किलोमीटर तक हुआ प्रभाव
महाकुंभ के कारण केवल प्रयागराज ही नहीं, बल्कि 150 किलोमीटर के दायरे में स्थित शहरों और कस्बों में भी व्यापार में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है. इसके अलावा, अयोध्या, वाराणसी और अन्य धार्मिक स्थलों पर भी श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. वहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिली है.

यूपी सरकार ने महाकुंभ में किया था 7500 करोड़ का निवेश
यूपी सरकार ने महाकुंभ में बुनियादी ढांचे पर 7500 करोड़ का निवेश किया था. महाकुंभ को सफल बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के सड़क, फ्लाईओवर और अंडरपास के निर्माण एवं सुधार पर 7500 करोड़ रुपये खर्च किए हैं. इस राशि में से 1500 करोड़ रुपये विशेष रूप से महाकुंभ की व्यवस्थाओं के लिए आवंटित किए गए थे. इससे न केवल प्रयागराज में, बल्कि आसपास के क्षेत्रों में भी यातायात और नागरिक सुविधाओं में सुधार हुआ है.

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महाकुंभ ने भर दी तिजोरी, अब तक हुआ इतने लाख करोड़ का कारोबार

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