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UPSC Topper Shakti Dubey on failure and Success: पांचवे प्रयास में जीतने वाली शक्ति ने 4 प्रयासों की असफलता को भी पूरे धैर्य से सहा है. शक्ति दुबे पिछले साल इंटरव्यू के बाद, कट ऑफ से 12 अंक से चूक गई थी. सोच…और पढ़ें

शक्ति दुबे पिछले साल इंटरव्यू के बाद, कट ऑफ से 12 अंक से चूक गई थी.
हाइलाइट्स
- शक्ति दुबे ने UPSC 2024 में पहला रैंक हासिल किया.
- शक्ति ने पांचवे प्रयास में सफलता पाई.
- माता-पिता का समर्थन सफलता की कुंजी है.
UPSC Topper Shakti Dubey on failure and Success: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जहां दुनियाभर से लोग महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगा रहे थे, वहीं इसी शहर की एक बेटी शक्ति दुबे तपस्या में लीन थी. तपस्या माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा करने की, तपस्या देश की सबसे कठिन परीक्षा को पास करने की और तपस्या UPSC की परीक्षा पास करने की. UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 में पहला रैंक हासिल करने वाली शक्ति दुबे को खुद भी यकीन नहीं हुआ कि वो इस परीक्षा में पहली रैंक पा गई हैं. लेकिन ये सफलता उन्हें प्लेट में रखकर नहीं परोसी गई. पांचवे प्रयास में जीतने वाली शक्ति ने 4 प्रयासों की असफलता को भी पूरे धैर्य से सहा है. शक्ति दुबे पिछले साल इंटरव्यू के बाद, कट ऑफ से 12 अंक से चूक गई थी. सोचिए उनके दिल पर क्या बीती होगी… लेकिन यही हमें उनकी सफलता से सीखना चाहिए.
शक्ति दुबे मूल रूप से बलिया जिले की बैरिया तहसील रामपुर (वाजिदपुर) की रहने वाली हैं. शक्ति ने पहली रैंक हांसिल करने के बाद मीडिया से बातचीत की और बताया कि उन्होंने इस पूरे दौर में कैसे धैर्य रखा. शक्ति पूरे 7 सालों से यूपीएससी के इस यज्ञ में अपनी तैयारी की अहुती दे रही थीं. जब उनसे पूछा गया कि जब वह इस परीक्षा में पास नहीं कर पा रही थीं तब कैसा लगा. इस पर शक्ति ने कहा, ‘मायूसी सिर्फ यूपीएससी में नहीं होती, बल्कि ये हर परीक्षा से जुड़ा है. पर इस पूरे प्रोसेस में मम्मी-पापा का सपोर्ट मेरे साथ हमेशा रहा है. मेरे भाई-बहन, परिवार हमेशा मेरे साथ थे. जब भी मासूस हुई, उनके पास रही और इसलिए कभी कॉन्फिडेंस कम नहीं हुआ मेरा.’
अक्सर लोग अपनी परेशानियां घर से छिपाते हैं लेकिन सच ये है कि माता-पिता का सपोर्ट आपको हर परेशानी और मायूसी से बचा सकता है. शक्ति ने परीक्षी में असफल होने पर निराश होने वाले या आत्महत्या जैसा कदम उठाने वाले लोगों को भी संदेश दिया. NDTV को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, ‘जीवन में हम कभी जीतते हैं या हारते हैं लेकिन हमारी असफलता या सफलता यह तय नहीं करती कि हम क्या हैं. किसी परीक्षा में फेल होने से सबकुछ खत्म नहीं होता. सबसे जरूरी है कि आप खुद से सच्चे रहें और हमेशा याद रखें आप जीत सकते हैं. अपने माता-पिता से जुड़े रहें क्योंकि वही हैं जो आपको थाम सकते हैं.’
यूपीएससी की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों के लिए अपने संदेश में शक्ति दुबे ने कहा, ‘अगर आपको खुद पर विश्वास है तो संघर्ष जारी रखें. माता-पिता और परिवार का सपोर्ट बहुत मायने रखता है, इतने से सफलता मिल जाती है.
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