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Why showing middle finger is wrong gesture: आपने अक्सर रोड साइड, गली-मोहल्ले में लोगों को लड़ाई करने के दौरान या फिर हॉलीवुड-बॉलीवुड फिल्मों के कुछ एक्शन सीन में एक-दूसरे को मिडिल फिंगर (Middle finger) दिखाते देखा होगा. खासकर, हाथों की बीच वाली उंगली को उठाकर किसी को दिखाने का चलन युवाओं में ज्यादा बढ़ता जा रहा है. आमतौर पर मिडिल फिंगर किसी को दिखाना एक गलत हावभाव है. इससे कुछ लोग अश्लील भी समझते हैं. टीनएजर लड़कों की भी जब किसी से बहस या लड़ाई हो जाती है तो वे गुस्से में एक-दूसरे को ये मिडिल फिंगर दिखाते हैं. तो क्या मिडिल फिंगर दिखाना हमेशा गंदी बात होती है? आखिर इसकी शुरुआत कैसे हुई, क्या है इस उंगली को दिखाने का कारण. क्यों इस हावभाव के बाद उंगली इतनी बदनाम हो गई? चलिए जानते हैं यहां.
बीच वाली उंगली दिखाने की शुरुआत कैसे हुई?
-यह तो सच है कि किसी को भी मिडिल फिंगर दिखाना एक भद्दा, गंदा और अपमानजनक इशारा कहा जाता है. अंग्रेजी में इसे फ्लिपिंग द बर्ड, फ्लिपिंग ऑफ भी कहते हैं. इसका मतलब है किसी को उंगली दिखाना है. पश्चिमी संस्कृति में इस इशारे को अश्लील माना जाता है, लेकिन देखकर ऐसा लगता है कि विदेशी लोग बात-बात में लोगों को मिडिल फिंगर दिखाते हैं.
-जब आप किसी को बीच वाली उंगली दिखाते हैं तो इसका साफ मतलब किसी को अपमानित करना, अपना गुस्सा, नाराजगी या फिर विरोध व्यक्त करना है.
-मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूनान में एक मशहूर हास्य नाटककार हुआ करता था, जिसका नाम था अरिस्टोफेन्स (Aristophanes), इन्होंने अपने नाटक द क्लाउड्स में मिडिल फिंगर इशारे का इस्तेमाल किया था. इस नाटक में भी इस उंगली का इस्तेमाल किसी को नीचा दिखाने के लिए ही किया गया था.
-आज भी जब कोई फिल्म, किसी खेल या फिर असल जिंदगी में किसी को बीच वाली उंगली दिखाता है, तो इसे अपमानित करना समझा जाता है.
-अब मिडिल फिंगर दिखाने का समकालीन अर्थ ‘भाड़ में जाओ’ या ‘जाओ भाड़ में जाओ’ भी माना जाने लगा है. आपने कई बार क्रिकेट या फुटबॉल मैच देखते हुए भी देखा होगा कि किसी एक खिलाड़ी ने गुस्से में आकर दूसरे खिलाड़ी को मिडिल फिंगर मैदान में दिखा दिया हो. इससे उनके ऊपर फाइन भी लग जाता है.
-प्राचीन काल में रोमन लोग बीच वाली उंगली की इस मुद्रा को मेल ऑर्गन (पेनिस) के संकेत के तौर पर भी इस्तेमाल किया करते थे. ऐसा भी कहा जाता है कि जब रोमन साम्राज्य में एक बेहद ही कुख्यात सम्राट हुआ करता था, जो अपनी प्रजा को अपमानित करने के लिए उन्हें बीच वाली उंगली को किस (Kiss) करने के लिए मजबूर किया करता था. इस कारण से ही वहां के लोग मिडिल फिंगर को घृणा के रूप से देखा करते थे. यूनान, प्राचीन रोम में मिडिल फिंगर को घृणा भाव से देखा जाता था.
क्या कहते हैं उंगलियों के इशारे
-हाथ की उंगलियों (Fingers) को दिखाने और उठाने का तरीका और अर्थ अलग होता है. अलग-अलग देशों में इसके मायने भी भिन्न होते हैं. किसी देश में ये नॉर्मल बात है तो कहीं पर गंभीर अपराध, आक्रामक रुख माना जाता है. अपने देश में भी कोई व्यक्ति किसी को मिडिल फिंगर दिखाता है तो यह खराब और अश्लील हावभाव माना जाता है. ऐसे में कभी भी किसी महिला को मिडिल फिंगर न दिखाएं.
–छोटी उंगली (little finger) दिखाने का अर्थ होता है पिंकी प्रॉमिस यानी किसी बात या काम को पूरा करने पर किसी से वादा करना होता है. हालांकि, लोग इसे टॉयलेट जाने के लिए भी दिखाते हैं.
–तर्जनी उंगली (index finger) दिखाना भी असभ्यता को दर्शाता है. कई बार लोग किसी बहस या विवाद में पड़ते हैं और गुस्से में आकर सामने वाले व्यक्ति को तर्जनी उंगली दिखाकर उससे चिल्लाकर बात करते हैं. यह भी आपके असभ्य होने को दर्शाता है.
–थम्स अप (thumbs up) का अर्थ होता है किसी बात, विचार पर सामने वाले व्यक्ति से सहमति जताना. सब कुछ ठीक होना. यह एक नॉर्मल इशारा है. थम्स अप का इस्तेमाल सबसे अधिक किया जाता है. इसे बंद मुट्ठी में अंगूठे को ऊपर या नीचे की ओर बढ़ाकर किया जाता है. प्रोत्साहन व्यक्त करने के लिए भी अंगूठे वाली इमोजी का इस्तेमाल लोग खूब करते हैं.
Tags: General Knowledge, Lifestyle, Trending news
FIRST PUBLISHED : December 22, 2024, 12:47 IST
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