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मुजफ्फरपुर में AES के बढ़ते मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है. बच्चों के बुखार पर तुरंत टेस्ट और इलाज के निर्देश दिए गए हैं. जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.

मुजफ्फरपुर में AES को लेकर जानकारी देते सिविल सर्जन
हाइलाइट्स
- मुजफ्फरपुर में AES को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है.
- गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
- बुखार वाले बच्चों का तुरंत इलाज करने के निर्देश.
मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर में लगातार AES के बढ़ रहे केस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले के सभी पीएचसी प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि बुखार से पीड़ित बच्चों के आने पर उनका टेस्ट करा लें, अगर चमकी बुखार हो तो तत्काल उन्हें भर्ती कर इलाज करें.
सिविल सर्जन डॉ अजय कुमार ने कहा कि अभी मौसम में बदलाव आया है, ऐसे में बच्चे तेज धूप में अगर जाते हैं तो उन्हें बुखार व खांसी आने लगती है, ऐसे में अगर तुरंत उनका उपचार किया जाए तो वह स्वस्थ हो सकते हैं. सभी पीएचसी प्रभारी को गर्मी को देखते हुए प्रचार-प्रसार व घर-घर उल्टी दस्त को लेकर ओआरएस वितरण करने की बात कही है. जिन बच्चों को बुखार हाे और उनमें चमकी के लक्षण दिखें तो तुरंत भर्ती कर इलाज किया जाए।.अभी पीएचसी में बुखार से ग्रस्त बच्चों की संख्या बढ़ी है. उनका तत्काल इलाज किया जा रहा है. अभी जिले में 12 AES से प्रभावित बच्चे है जिनका इलाज चल रहा है.
AES को लेकर चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान
तेज धूप और बढ़ती गर्मी के बीच अब AES से बच्चे प्रभावित होने लगे हैं, जिसको लेकर गांव-गांव में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिले के सभी पंचायत में संध्या चौपाल का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लोगों को AES के प्रति जागरूक किया जा रहा है. लोगों को बताया जा रहा है कि बच्चे को धूप में न निकलने दें. बीमार बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें, रात में भूखे न सोने दें, रात में कुछ मीठा खिला कर सुलाए, पानी भरपूर पिलाए, बीच-बीच में उठ के देखते रहे कि बुखार तो नहीं आ रहा है. थोड़ी भी समस्या हो तो डॉक्टर का जरूर सलाह लें. झाड़ फूंक के चक्कर में न पड़ें. सभी आशा दीदी और जीविका दीदी को ये बताया गया है कि अपने आस पास के बच्चों की जानकारी लेते रहे. अफवाहों पर ध्यान न दे. समस्या आने पर चिकित्सक से जरूर सलाह ले.
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