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धौलपुर. सर्दियों में गजक याद ना आए ऐसा हो ही नहीं सकता है. सर्दियां पड़ते ही तिल्ली की कुटेमा गजक याद आ ही जाती है. वैसे तो गजक का नाम आते ही मुरैना के गजक का स्वाद याद आ जाता है. लेकिन, धौलपुर में भी वर्षों से प्रसिद्ध कुटेमा तिल्ली गजक बनाई जा रही है, जिसको ग्राहक अन्य जिलों में भी लेकर जाते हैं. गजक बना रहे अजीज ने बताया कि यह उनका काम पुश्तैनी है. यहां से दिल्ली, आगरा, ग्वालियर सहित कई जगह के लोग अपने रिश्तेदारों को यहां से खरीदकर भेजते हैं. लेकिन, धौलपुर शहर के लोग मुरैना की गजक को अधिक पसंद करते है.
ऐसे बनाई जाती है कुटेमा तिल्ली गजक
दुकानदार दीपक ने लोकल 18 को बताया कि पहले तिल्ली को साफ किया जाता है. उसके बाद गुड़ व चीनी को भी छानकर साफ किया जाता है. जिसके बाद भट्टी पर एक कढ़ाई रखी जाती है. उसमें 2 किलो चीनी व ढाई सौ ग्राम गुड़ व आधा लीटर पानी डाला जाता है. इसके बाद उसको कढ़ाई में चलाया जाता है. अच्छी तरह से पकने के बाद उसे कड़ाई से निकालकर बाहर एक साफ़ जगह पर डाला जाता है. वहीं ठंडा होने के बाद उसे दीवार पर लगी खूंटी पर उसे बार-बार खींच कर तैयार किया जाता है. इस प्रक्रिया के बाद भट्टी पर गरम-गरम साफ तिल्ली में डाल दिया जाता है. जिसके बाद उसमें से टुकड़े-टुकड़े कर तिल्ली में मिलाकर उसे लकड़ी के बने हथौड़े से कूटा जाता है. तब जाकर तिल्ली की कुटेमा गजक बनती है.
ऐसे बनाया जाता है मूंगफली की चिक्की
दुकानदार ने मूंगफली की चिक्की के बारे में भी बताया कि कढ़ाई में गुड़ की चाशनी बनाई जाती है. इसके बाद उसमें मूंगफली के दाने डालकर उसे बाहर निकाल लिया जाता है. उसमें से भी छोटे-छोटे टुकड़े कर कूट-कूट कर मूंगफली की चिक्की बनाई जाती है. धौलपुर में कई जगह स्वादिष्ट रेवड़ी, मूंगफली की चिक्की, कुटेमा गजक गुड़ व चीनी की बनाई जा रही है. जिन्हें मुरैना की गजक के साथ-साथ धौलपुर की भी गजक पसंद आ रही है. तिल्ली की कुटेमा गजब की कीमत बाजार में 160 से लेकर 250 रुपए तक है. वहीं अगर मूंगफली की चिक्की की बात की जाए तो चिक्की की कीमत 140 से 160 रुपए किलो में बिक्री की जा रही है.
Tags: Bihar News, Dholpur news, Famous Recipes, Local18, Street Food
FIRST PUBLISHED : January 1, 2025, 13:06 IST
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