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Meerut Local News in Hindi Today: पतंग उड़ाना कई लोगों का शौक है. लोगों का यह शौक इंसानों और जानवरों के लिए बहुत ही खतरनाक है. इससे लोगों की जान तक जा चुकी है.

सांकेतिक फोटो
मेरठ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ में मानवता का एक अच्छा उदाहरण देखने को मिला. यहां एक बेजुबान दुर्लभ पक्षी की जान बचाने के लिए फायरबिग्रेड की गाड़ी दौड़ाते हुए मेरठ के कमिश्नरी ऑफिस के सामने पहुंची. यहां फायरबिग्रेड की टीम के कर्मचारियों ने तेजी दिखाते हुए प्लास्टिक के मांझे में फंसे पक्षी की जान बचाई. जिसने भी यह नजारा देखा हर कोई फायर बिग्रेड की टीम की प्रशंसा करते हुए नजर आया.
गूलर के पेड़ पर लटके मांझे में फंस गया था पक्षी
उड़ता हुआ एक पक्षी गूलर के पेड़ पर बैठने की कोशिश कर रहा था. तभी वहां लटके हुए पतंग के मांझे में उसके पंख फंस गए. इसके बाद भी वह बेजुबान उड़ने की कोशिश करता रहा. इससे वह उड़ने की जगह मांझे में और बुरी तरह से जकड़ गया. ऐसी स्थिति में उसके पास तड़पने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. तभी वहां खड़े एक मीडिया कर्मी ने फायरबिग्रेड की टीम को पक्षी की जान बचाने के लिए फोन किया. जैसे ही इस बात की जानकारी फायर बिग्रेड टीम को लगी तो उन्होंने मुस्तैदी दिखाते हुए मौके पर पहुंचकर पक्षी की जान बचाई.
फायर ब्रिगेड कर्मियों का सहारनीय कार्य
लोकल 18 की टीम से बात करते हुए क्षेत्रवासी सचिन सिरोही ने टीम की प्रशंसा करते हुए कहा जिस तेजी से फायर बिग्रेड की टीम ने इस पक्षी की जान बचाई वह काफी अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों से जुड़े सरकारी कर्मचारी प्लास्टिक के मांझे को लेकर विभिन्न अभियान चलाते रहते हैं. इसके बाद भी बड़े पैमाने पर लोग पतंग उड़ाने के लिए मांझे का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी बनती है कि वह अपने शौक को पूरा करने के लिए किसी की जान से खिलवाड़ ना करें.
आपको बता दें कि देश भर में मांझे से कई घटनाएं हुई हैं जिसमें इंसानों की मौत तक हुई है. कई लोगों के चेहरे, हांथ और गर्दन के कटने की घटनाएं हुई हैं. मांझे से एक साल में सैकड़ों पशु-पक्षियों की जान चली जाती है.
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