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विनोद खन्ना ने करियर के पीक पर सबकुछ छोड़कर आध्यात्म की राह चुन ली थी और उन्होंने ओशो के आश्रम में 5 साल बिताए थे. लेकिन वो अपने रिश्तों के बारे में बात करने से कतराते नहीं थे. एक्टर का एक पुराना वीडियो इन दिनो…और पढ़ें

विनोद खन्ना ने महिलाओं संग अपने रिश्ते पर खुलकर बात की थी.
हाइलाइट्स
- विनोद खन्ना ने करियर के पीक पर आध्यात्म की राह चुनी थी.
- विनोद खन्ना ने महिलाओं संग रिश्तों पर खुलकर बात की.
- अक्षय खन्ना ने पिता के फैसले पर प्रतिक्रिया दी.
नई दिल्ली. विनोद खन्ना अपने दौर के सबसे लोकप्रिय एक्टर्स में शुमार थे. उन्होंने उस दशक में एक से बढ़कर एक हिट और ब्लॉबस्टर फिल्में दी थीं, लेकिन करियर के पीक पर एक्टर ने फिल्मों से ब्रेक लेकर आध्यात्म की राह पर चलने का फैसला कर लिया था. वो करीबन 5 साल तक आध्यात्मिक गुरु ओशो के आश्रम में रहे थे. 1975 से 1982 के बीच में ओशो के शरण में रहने वाले विनोद खन्ना एक समय पर इंडस्ट्री में अपने रिश्तों के लिए जाने जाते थे. एक्टर ने अपने एक पुराने इंटरव्यू में महिलाओं संग अपने शारीरिक रिश्ते के बारे में खुलकर बात की थी.
इन दिनों सोशल मीडिया रेडिट पर एक्टर का एक वीडियो क्लिप काफी वायरल हो रहा है जिसमें वो अपने रिलेशनशिप के बारे में खुलकर बात करते नजर आ रहे हैं. विनोद खन्ना क्लिप में कहते दिख रहे हैं कि वो कोई संत नहीं हैं और उनकी बॉडी की भी बाकी लोगों की तरह जरूरते हैं. कई महिलाओं संग रिश्ते पर रिएक्ट करते हुए विनोद खन्ना ने सफाई दी थी.
विनोद खन्ना ने सेक्स पर खुलकर की थी बात
एक्टर कहते हैं, ‘खैर, उस वक्त मैं बैचलर था और महिलाओं के मामले में मैं कोई संत नहीं हूं. मुझे भी सेक्स की उतनी ही जरूरत है जितनी किसी और को है. बिना महिलाओं के हम यहां नहीं होते, बिना सेक्स के हम यहां नहीं होते, तो फिर मेरे महिलाओं के साथ होने पर किसी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए’.
अक्षय खन्ना ने पिता के फैसले पर किया था रिएक्ट
साल 2020 में विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना ने भी अपने पिता के ओशो में विश्वास के बारे में बात की थी. अक्षय खन्ना ने कहा था, ‘पांच साल की उम्र में, पिता के फैसले को समझना काफी मुश्किल था. ओशो का मेरे विचारों से कोई लेना-देना नहीं. मैं ये नहीं समझ पा रहा था कि मेरे पिता वहां उस वक्त मेरे साथ क्यों नहीं थे. मैं ओशो का उनकी जिंदगी में शामिल होना नहीं समझ सकता था. यह एक जीवन बदलने वाला निर्णय है, जिसे उन्होंने (विनोद खन्ना) उस समय लेने की आवश्यकता महसूस की. कुछ ऐसा था जिसने उन्हें अंदर से इतनी गहराई से प्रभावित किया, कि उन्होंने महसूस किया कि उनके लिए इस तरह का निर्णय लेना उचित था. खासकर, जब आपके पास जीवन में सब कुछ हो. और जब जीवन ऐसा नहीं दिखता हो कि आपके पास और कुछ हो सकता है.
“Well, I was a bachelor, and I am no saint as far as women are concerned. I need s*x as much as anybody else does. Without women, we won’t be here, without s*x, we won’t be here, so why should anybody object to my being with women.” -Vinod Khanna
byu/ACTRESSESKAKURSI inBollyBlindsNGossip
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