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Magnesium Supplements: मेडकल जगत इतनी ज्यादा तरक्की कर रही है कि कहा जा रहा है कि आने वाले समय में इंसान कहीं अमर न हो जाए. वर्तमान में भी कई सप्लीमेंट की मदद से कोशिकाओं को बूढ़ी होने से बचाया जा सकता है. आजकल मैग्नीशियम सप्लीमेंट की बहुत चर्चा है. दावा किया जा रहा है कि मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेकर कई बीमारियों से बचा जा सकता है. सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े इंनफ्लुएंसर मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेने की सलाह दे रहे हैं. ऐसे में आइए पहले यह जानते हैं कि मैग्नीशियम है क्या और हमें इसकी हरदम क्यों जरूरत है.
मैग्नीशियम का क्यों है इतना महत्व
मैग्नीशियम एक महत्वपूर्ण खनिज है जिसका इंसान के शरीर में भी होना जरूरी है. मैग्नीशियम हमारे शरीर में पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है. यह 300 से अधिक एंजाइमों के काम में मदद करता है. मैग्नीशियम प्रोटीन सिंथेसिस, मांसपेशियों और नसों का काम, ब्लड शुगर कंट्रोल, बीपी का रेगुलेशन,एनर्जी प्रोडक्शन, ऑक्सीडेटिव फॉस्फोराइलेशन, ग्लाइकोलाइसिस (ग्लूकोज को तोड़ने वाली प्रक्रिया) और नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने जैसी प्रक्रियाओं में शामिल होता है. मैग्नीशियम अन्य खनिजों जैसे कि कैल्शियम और पोटेशियम को कोशिकाओं तक पहुंचाने में भी मदद करता है ताकि दिल की धड़कन सामान्य बनी रहे.आमतौर पर एक वयस्क इंसान के शरीर में लगभग 25 ग्राम मैग्नीशियम होता है. इनमें 50 प्रतिशत से 60 प्रतिशत हड्डियों में और बाकी मांसपेशियों में पाया जाता है. चूंकि हमारा शरीर स्वयं मैग्नीशियम नहीं बना सकता, इसलिए हमें इसे फूड से प्राप्त करना होता है.
मैग्नीशियम की कमी से क्या होता
अगर किसी इंसान में मैग्नीशियम की कमी हो जाए तो इससे बहुत ज्यादा थकान रहती है. मांसपेशियों में बहुत ऐंठन या झटके जैसा महसूस होती है. झुनझुनी, चिड़चिड़ापन और पेट संबंधी गड़बड़ियां भी हो सकती है. अगर मैग्नीशियम की कमी गंभीर हो जाए तो इस कारण मांसपेशियों में कंपन होना शुरू हो जाता है, मूड में बदलाव आने लगते हैं. यहां तक कि दिल की धड़कन में अनियमितता आने लगती है और रात को नींद भी नहीं आती. तनाव बहुत बढ़ जाता है जो ज्यादा दिनों तक रहने पर डिप्रेशन में बदल जाता है.
मैग्नीशियम की कितनी जरूरत
हमें एक दिन में आमतौर पर प्रतिदिन 310 मिलीग्राम से 420 मिलीग्राम मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है. इंडिया टूडे की खबर में सर गंगाराम अस्पताल, नई दिल्ली में स्लीप मेडिसीन के चेयरपर्सन डॉ. संजय मांचंदा का कहना है कि अगर कोई बैलेंस डाइट ले रहा है तो आमतौर पर मैग्नीशियम की कमी बहुत दुर्लभ है.लेकिन आजकल जिस तरह से खान-पान खराब हो रहा है, उसमें ज्यादातर लोग प्रोसेस्ड फूड खाना पसंद करते हैं. प्रोसेस्ड फूड में माइक्रोन्यूट्रेंट्स की कमी रहती है. इसलिए लोगों को मैग्नीशियम की कमी होने लगी है.
मैग्नीशियम के लिए क्या खाना चाहिए
लोग मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेने लगे हैं लेकिन डॉक्टरों का मानना है कि सप्लीमेंट से ज्यादा असरदार फूड होगा. इसके लिए आप हरी पत्तीदार सब्जियां, साबुत अनाज, फलीदार सब्जियां, दालें, सोया प्रोडक्ट, मूंगफली, नट्स, बादाम, अखरोट, काजू, केला, खुबानी, एवोकाडो, चुकंदर, बींस, सीड्स आदि का सेवन करें. सप्लीमेंट बगैर डॉक्टरों की सलाह के न लें. इसके साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं.
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