Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Tips To Prevent Seasonal Disease: तापमान में गिरावट से लोगों पर वायरस व बैक्टीरिया का अटैक बढ़ने लगता है. इन वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आकर लोग संक्रमित हो जाते हैं.इससे तमाम बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है…और पढ़ें

मौसम का यू टर्न… ठंडे तापमान ने छुड़ाई कंपकंपी, इन 5 बीमारियों का बढ़ा जोखिम, डॉक्टर से जानें कैसे करें बचाव

बदलते मौसम में बढ़ा इन बीमारियों का जोखिम, जानें वचाब का तरीका. (Canva)

Tips To Prevent Seasonal Disease: सर्दियों का मौसम लगातार अपने तेबर बदल रहा है. कभी तेज ठंड तो कभी हल्की गर्मी का एहसास करा रहा है. ऐसा ही हाल जनवरी 2025 में भी देखने को मिल रहा है. आज से 5 दिन पहले एक पल ऐसा लगा कि मौसम से ठंडक धुल चुकी है. लेकिन, 27 जनवरी को फिर अचानक तापमान में गिरावट देखी गई. दिल्ली-एनसीआर में 25 जनवरी को न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस के करीब था, जोकि 27 जनवरी को गिरकर 7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. यही नहीं, मौसम विभाग ने उत्तर भारत में बारिश और शीतलहर का भी अनुमान जताया है. इस तरह से बदलते तापमान में खुद को भी अलर्ट रखने की भी जरूरत है. डॉक्टर की मानें तो, बेशक यह मौसम घूमने-फिरने और खाने-पीने के लिहाज से ठीक हो. लेकिन, इस मौसम में खुद को हेल्दी रख पाना काफी चुनौतीपूर्ण होता है.

नोएडा स्थित धनवंतरी क्लीनिक के फिजिशयन डॉ. संजय वार्ष्णेय बताते हैं कि, तापमान में गिरावट से लोगों पर वायरस व बैक्टीरिया का अटैक बढ़ने लगता है. इन वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आकर लोग संक्रमित हो जाते हैं. इससे सर्दियों में सर्दी-खांसी, गले में इंफेक्शन, बुखार, अस्थमा, निमोनिया और जॉइंट पेन की समस्या के सबसे ज्यादा मामले देखने को मिलते हैं. जो लोग कमजोर इम्यूनिटी वाले होते हैं, उन्हें सीजनल डिजीज का खतरा सबसे ज्यादा होता है. तमाम इंफेक्शन एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैलते हैं, जिससे मरीजों की तादाद तेजी से बढ़ जाती है. ऐसे में खुद का बचाव करना बेहद जरूरी हो जाता है. अब सवाल है कि आखिर सर्दियों में किन बीमारियों का बढ़ता है खतरा? सर्दियों में वायरस व बैक्टीरिया से कैसे करें बचाव?

सर्दियों में होने वाली 5 सबसे आम बीमारियां

फ्लू: एक्सपर्ट की मानें तो सर्दियों में फ्लू (Flu) होने के सबसे अधिक चांस होते हैं. यह इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होती है. यह एक गंभीर संक्रामक संक्रमण है, जो निमोनिया जैसी जानलेवा बीमारियों की वजह बन सकता है. यह सांस लेने और खांसी वाले वायरस की बूंदों के जरिए फैलता है. इस स्थिति में खांसी, नाक बहना, गले में खुजली आदि जैसे लक्षण दिखते हैं.

सामान्य सर्दी: ठंड में होने वाली सबसे आम बीमारियों में से एक है सामान्य सर्दी (Common Cold). यह राइनोवायरस के कारण होती है. यह सबसे ज़्यादा नाक और गले पर अटैक करती है. यह एक-दूसरे से भी फैलती है. आमतौर पर यह 2 या 3 सप्ताह के भीतर खुद से ठीक हो जाती है. लेकिन समस्या बढ़े तो डॉक्टर की सलाह जरूरी है.

स्ट्रेप थ्रोट: सर्दी के मौसम मे स्ट्रेप थ्रोट (Strep Throat) का भी जोखिम बढ़ता है. इसका सबसे बड़ा कारण है ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया. यह परेशानी स्कूलों और बाहर खेलने वाले बच्चों में ज्यादा देखी जाती है. इस स्थिति में बुखार, लाल टॉन्सिल, सूजे हुए लिम्फ नोड्स, बढ़े हुए टॉन्सिल, निगलने में कठिनाई, सिरदर्द आदि परेशानी हो सकती है.

ब्रोंकाइटिस: ठंड में ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) के भी मरीज देखे जाते हैं. यह आपके फेफड़ों में जाने वाले वायुमार्ग में होने वाली सूजन है. दरअसल, जब आपका वायुमार्ग में जलन होती है, तो वे सूज जाते हैं और बलगम से भर जाते हैं, जिससे आपको खांसी होती है. यह खांसी कुछ दिनों से लेकर दो हफ्तों तक रह सकती है. वायरस एक्यूट ब्रोंकाइटिस का सबसे आम कारण है.

निमोनिया: सर्दियों में निमोनिया (Pneumonia) के मरीजों की अच्छी-खासी संख्या देखी जाती है. निमोनिया होने पर व्यक्ति को बुखार हो जाता है और काफी ठंड लगती है. सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द भी बना रहता है. वहीं, खांसी के साथ बलगम में खून आने की संभावना भी देखी जा सकती है. दिल की धड़कन तेज हो जाती हैं और व्यक्ति जल्दी ही थक जाता है.

सर्दियों में बीमारियों से कैसे बचें?

डॉक्टर के अनुसार, सर्दियों में स्वस्थ रहने के लिए घर से बाहर कम से कम निकलें. यदि जाएं भी तो प्रॉपर गर्म कपड़े पहननें. नियमित कम से कम 30 मिनट फिजिकल एक्टिविटी करें. ऐसा करने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होगी और सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं नहीं होंगी. खास बात, इस मौसम में जंक फूड खाने के बजाय घर का बना फ्रेश फूड ही खाना खाएं. इसके अलावा, डाइट में विटामिन C से भरपूर चीजें और पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. इस मौसम में खूब फल और सब्जियां खाएं.

ये भी पढ़ें:  रात में बिस्तर पर किस करवट सोएं? प्रेग्नेंसी के लिए क्या है बेस्ट पॉजिशन, जानें Right Sleep position के 5 फायदे

ये भी पढ़ें: यूं ही किडनी खराब नहीं होंती… डैमेज होने से पहले शरीर से मिलते हैं 5 बड़े संकेत, समय पर करें पहचान, वरना…

homelifestyle

मौसम का यू टर्न… ठंडे तापमान ने छुड़ाई कंपकंपी, 5 बीमारियों का बढ़ा जोखिम

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment