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Monsoon Mosquito Prevention Tips: मानसून का मौसम आते ही हरियाली छा जाती है. ठंडी-ठंडी हवा चलती है और गर्मी से राहत मिलती है. पेड़-पौधे भी हरे-भरे हो जाते हैं और मौसम बहुत अच्छा लगने लगता है. बच्चे बाहर खेलना चाहते हैं और बड़े लोग चाय-पकोड़े का मजा लेते हैं. लेकिन इस मौसम में एक परेशानी भी तेजी से बढ़ जाती है- मच्छर. बारिश के पानी की वजह से जगह-जगह पानी भर जाता है. यही जमा हुआ पानी मच्छरों के लिए घर जैसा होता है. मच्छर वहीं अंडे देते हैं और तेजी से बढ़ते हैं. ये मच्छर कई बार डेंगू, मलेरिया और वायरल बुखार जैसी बीमारियां फैला सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि हम इस मौसम का आनंद लेते हुए मच्छरों से भी सावधान रहें और कुछ आसान उपाय अपनाएं.
मच्छर सबसे ज्यादा वहीं पैदा होते हैं जहां साफ या गंदा पानी जमा हो जाता है. कूलर, बाल्टी, टंकी, गमले या खाली डिब्बों में पानी खड़ा न रहने दें. फूलदान का पानी हर दो दिन में जरूर बदलें. छत या गली में भी पानी रुका हो तो उसे निकाल दें या ढक दें. याद रखें, पानी हटाना यानी मच्छर हटाना.
2. मच्छर भगाने के उपाय अपनाएं
घर के अंदर और बाहर मच्छर भगाने वाली चीजों का इस्तेमाल करें. जैसे- शरीर पर लगाने वाला क्रीम, स्प्रे या कपड़ों पर लगाने वाला पैच. रात को सोने से पहले मच्छर भगाने वाली अगरबत्ती या मशीन भी चला सकते हैं. मच्छरदानी का प्रयोग करें, खासकर बच्चों के लिए.
मच्छर गंदगी और नमी वाली जगह में जल्दी छिप जाते हैं. बाथरूम, स्टोर रूम, किचन के नीचे की जगह, अलमारी के कोने- सब जगह साफ-सुथरी होनी चाहिए. फर्श पोंछते समय पानी में थोड़ा नीम का तेल या डेटॉल मिलाना अच्छा रहता है. इससे मच्छर और बैक्टीरिया दोनों दूर रहते हैं.
5. पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें
मच्छर शरीर के खुले हिस्से पर काटते हैं. इसलिए मानसून में हल्के और ढीले-ढाले कपड़े पहनें जो पूरी बाजू और पैर तक ढके हों. गहरे रंग से मच्छर ज्यादा आकर्षित होते हैं. बच्चों को भी ऐसे ही कपड़े पहनाएं ताकि वे मच्छरों से बचें.
अगर मच्छर काट भी लें तो शरीर की ताकत यानी इम्युनिटी मजबूत हो तो बीमारी से बच सकते हैं. हल्दी वाला दूध, आंवला, नींबू, मौसमी फल, तुलसी के पत्ते जैसी चीजें खाने में शामिल करें. ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे.
7. मच्छर जनित बीमारियों के लक्षण समझें
अगर तेज बुखार, बदन दर्द, जोड़ों में सूजन, थकावट या स्किन पर दाने दिखें तो तुरंत डॉक्टर से मिलें. डेंगू और मलेरिया के लक्षण शुरू में मामूली लग सकते हैं लेकिन समय पर इलाज जरूरी है. इलाज में देर न करें.
बच्चे और बुजुर्ग जल्दी मच्छरों का शिकार बनते हैं. उन्हें फुल स्लीव कपड़े पहनाएं. मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाएं और सोते समय मच्छरदानी में सुलाएं. स्कूल जाने वाले बच्चों के बैग या कपड़ों पर मच्छर भगाने वाला स्टिकर या पैच लगा सकते हैं.
9. गमलों और पौधों का ध्यान रखें
गमले में जमा पानी भी मच्छर पैदा कर सकता है. गमले के नीचे की ट्रे को खाली करें. मिट्टी को पलटते रहें ताकि मच्छरों को अंडे देने की जगह न मिले. चाहें तो मिट्टी में नीम का पाउडर मिला सकते हैं.
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