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Gorakhpur: मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर में एक खास तरह के लड्डू बनते हैं जिसमें भुने चावल और गुड़ का इस्तेमाल होता है. ये न केवल स्वाद में बेहतरीन होते हैं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत बढ़िया माने जाते हैं.

गुड़ आयरन और तिल कैल्शियम से भरपूर होते हैं,
रजत भट्ट: गोरखपुर में मकर संक्रांति का त्योहार विशेष रूप से भुजा और गुड़ से बने लड्डुओं के बिना अधूरा माना जाता है. साल में एक बार तैयार होने वाले ये खास लड्डू न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि पारंपरिकता और स्वास्थ्य का भी संगम भी माने जाते हैं. इन लड्डुओं की खासियत ये है कि, इन्हें कुछ परिवारों द्वारा तैयार किया जाता है, जो सालों से इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं.
तीन प्रकार के लड्डुओं की वैरायटी
मकर संक्रांति के मौके पर इन लड्डुओं की कई वैरायटी बनाई जाती हैं, जिनमें तिल का लड्डू, रामदाने का लड्डू और भुजा-गुड़ का लड्डू मुख्य हैं. कस्टमर अपनी पसंद से खरीदारी करते हैं पर ये सभी प्रकार के लड्डू सेहत के लिए भी अच्छे माने जाते हैं.
तिल का लड्डू: तिल और गुड़ के मेल से बना यह लड्डू बेहद पौष्टिक और स्वादिष्ट होता है. इसकी कीमत 60 रुपए प्रति पैकेट है.
रामदाने का लड्डू: हल्के और कुरकुरे रामदाने से बना यह लड्डू बच्चों और बुजुर्गों में खासा लोकप्रिय है. इसका दाम 80 रुपए प्रति पैकेट है.
भुजा-गुड़ का लड्डू: यह लड्डू भुने हुए चावल और गुड़ से तैयार होता है, जो अपने अनोखे स्वाद के लिए जाना जाता है. इसकी कीमत 40 रुपए प्रति पैकेट है.
परिवार की मेहनत और परंपरा
गोरखपुर का यह खास लड्डू बनाने वाला ‘गुप्ता परिवार’ पीढ़ियों से इस परंपरा को निभा रहा है. मकर संक्रांति से लगभग एक महीने पहले ये लोग लड्डू बनाने की तैयारी शुरू कर देते हैं. इस परिवार की मेहनत और पारंपरिक रेसिपी लड्डुओं को खास बनाती है.
स्वाद और स्वास्थ्य का अनूठा संगम
गुड़ और तिल से बने ये लड्डू न केवल सर्दियों में शरीर को गर्म रखते हैं, बल्कि ऊर्जा का भी अच्छा स्रोत हैं. गुड़ आयरन और तिल कैल्शियम से भरपूर होते हैं, जो हड्डियों और रक्त संचार के लिए लाभदायक हैं. मकर संक्रांति के दौरान गोरखपुर के बाजारों में इन लड्डुओं की मांग चरम पर होती है. त्योहार खत्म होने के बाद भी लोग इन्हें खरीदते हैं.
स्थानीय संस्कृति का हिस्सा
मकर संक्रांति पर बनने वाले ये लड्डू गोरखपुर की सांस्कृतिक धरोहर हैं. इनका स्वाद न केवल त्योहार की मिठास बढ़ाता है, बल्कि गोरखपुर की परंपरा और सांस्कृतिक जड़ों से भी जोड़े रखता है. अगर आप इस मकर संक्रांति पर गोरखपुर में हैं, तो इन खास लड्डुओं का आनंद जरूर लें और अपने त्योहार को और भी खास बनाएं.
Gorakhpur,Uttar Pradesh
January 17, 2025, 09:06 IST
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