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युवराज सिंह के लिए ऑस्ट्रेलिया में हार से ज्यादा दर्दनाक क्या? रोहित के फैसले पर बोले- मैंने पहले कभी नहीं देखा…

दुबई. भारतीय टीम के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की हार से भी बड़ी नाकामी न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू मैदान पर सूपड़ा साफ होना था. यह कहना है कि दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह का, जो न्यूजीलैंड से हार को ज्यादा पीड़ादायक मानते हैं. भारत को पिछले साल घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड से 0-3 से हार का सामना करना पड़ा, जो टेस्ट इतिहास में पहली बार हुआ था. इसके बाद उसे बॉर्डर गावस्कर सीरीज में ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से हराया.

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड से हार में काफी हद तक टीम की बैटिंग, खासकर रोहित शर्मा और विराट कोहली का खराब प्रदर्शन जिम्मेदार रहा. युवराज सिंह ने इस बारे में कहा, ‘मुझे लगता है कि न्यूजीलैंड से हारना अधिक पीड़ादायक है. हम घरेलू मैदान पर 3-0 से हार गए. यह बिलकुल स्वीकार्य नहीं है. इसे (बीजीटी हारना) तब भी स्वीकार किया जा सकता है क्योंकि आप ऑस्ट्रेलिया में दो बार जीत चुके हैं और इस बार आपको हार का सामना करना पड़ा. वैसे भी ऑस्ट्रेलिया पिछले कई साल से बेहद मजबूत टीम रही है.’

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विराट कोहली ने एक शतक लगाया लेकिन वह लगातार ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर आउट हुए. दूसरी तरफ रोहित शर्मा 5 पारियों में केवल 31 रन बना पाए और इसलिए उन्होंने सिडनी में खेले गए पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में नहीं खेलने का फैसला किया. 43 वर्षीय युवराज सिंह ने इस बारे में कहा, ‘हम अपने दिग्गज खिलाड़ियों विराट कोहली और रोहित शर्मा के बारे में बात कर रहे हैं. हम उनके बारे में बहुत बुरी बातें कह रहे हैं. लोग भूल जाते हैं कि उन्होंने अतीत में क्या हासिल किया है. वे इस समय के महानतम क्रिकेटरों में से एक हैं. ठीक है, वे हार गए, उन्होंने अच्छी क्रिकेट नहीं खेली. वे हमसे भी ज्यादा दुखी हैं.’

युवराज सिंह ने कहा कि उन्हें न केवल रोहित और कोहली बल्कि नए मुख्य कोच गौतम गंभीर पर भी पूरा भरोसा है, जो उनके पूर्व साथी भी थे. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि कोच के रूप में गौतम गंभीर, चयनकर्ता के रूप में अजीत अगरकर तथा रोहित शर्मा, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह के रूप में भारतीय टीम के पास अभी क्रिकेट की अच्छी जानकारी रखने वाले सबसे अच्छे दिमाग हैं. उन्हें यह तय करना होगा कि भविष्य में भारतीय क्रिकेट के लिए सही रास्ता क्या है.’

युवराज सिंह ने रोहित के सिडनी टेस्ट से बाहर रहने के फैसले की भी सराहना की. उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह बड़ी बात है. मैंने पहले कभी नहीं देखा कि कप्तान का फॉर्म अच्छा नहीं चल रहा हो और वह खुद बाहर बैठ गया हो. यह रोहित शर्मा की महानता है कि उन्होंने टीम को खुद से आगे रखा. मुझे लगता है कि वे एक महान कप्तान है. चाहे जीतें या हारें, वह हमेशा एक महान कप्तान रहेंगे.’

युवराज ने आलोचकों से टीम के प्रदर्शन का विश्लेषण करते समय संयम बरतने का आग्रह किया. भारत की तरफ से 304 वनडे, 40 टेस्ट और 58 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले युवराज ने कहा, ‘मैं अपनी राय दे सकता हूं और मेरी राय यह है कि जब खिलाड़ी प्रदर्शन नहीं कर रहे होते हैं तो उनके बारे में बुरा कहना आसान है. लेकिन उनका समर्थन करना बहुत मुश्किल है. मीडिया का काम उनके बारे में बुरा कहना है. मेरा काम समर्थन करना है.’

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