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Baghpat News: बागपत के घिटोरा गांव में पिछले दो महीने से बंदरों का आतंक बना हुआ है. बंदर अब तक करीब 50 से 60 ग्रामीणों को काटकर घायल कर चुके हैं. जिससे ग्रामीण खासे परेशान हैं. प्रशासन से कोई मदद नहीं मिलने पर अब ग्रामीण…और पढ़ें

गांव में बंदर।
बागपत. खेकड़ा तहसील के घिटोरा गांव में पिछले दो महीने से बंदरों का आतंक बना हुआ है. बंदर अब तक करीब 50 से 60 ग्रामीणों को काटकर घायल कर चुके हैं. ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन से बंदरों को पकड़वाने की मांग की, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. परेशान होकर ग्रामीणों ने खुद ही समूह बनाकर बंदरों को पकड़ने का जिम्मा उठाया और उन्हें जंगलों में छोड़ना शुरू कर दिया. अब तक लगभग 70 बंदरों को ग्रामीण पकड़कर जंगल में छोड़ चुके हैं. हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अभी भी करीब 150 से अधिक बंदर मौजूद हैं.
गांव निवासी भाजपा के वरिष्ठ नेता करतार गुर्जर ने बताया कि वन विभाग व प्रशासन से कई बार शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. मजबूर होकर गांव के युवाओं ने बंदरों को पकड़ने का काम शुरू किया. जिसके बाद विधायक योगेश धामा से भी बंदरो को पकड़वाने की मांग की. जिसके बाद उन्होंने बंदरो को जल्द पकड़वाने का आश्वासन दिया है. अब पिछले एक महीने से ग्रामीण रोजाना बंदरों को पकड़ने में जुटे हुए हैं. इस काम में बिट्टू, पूर्व प्रधान हर्ष, कपिल, संदीप मल्ले सहित कई युवक शामिल हैं.
हमलावर बंदर ‘बंटी’ बना चुनौती
गांव में एक खास हमलावर बंदर ने दर्जनों लोगों को घायल किया है, लेकिन उसे पकड़ना अब तक संभव नहीं हो सका है. ग्रामीणों ने उसका नाम ‘बंटी’ रखा है. ग्रामीणों का कहना है कि बंटी का आतंक सबसे ज्यादा है और उसे पकड़ने के लिए विशेष रणनीति बनाई जा रही है. ग्रामीणों ने प्रशासन से एक बार फिर अपील की है कि जल्द से जल्द बंदरों को पकड़वाने के लिए उचित कदम उठाए जाएं, ताकि गांव में शांति स्थापित हो सके.
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