[ad_1]
Last Updated:
Baghpat Ghevar Sweet: बागपत के सराय कस्बे में अग्रवाल मिष्ठान लाल जियालाल की दुकान पिछले 40 वर्षों से प्रसिद्ध घेवर बना रही है. देसी घी, मावा और ड्राई फ्रूट्स से बने इस घेवर का स्वाद देश-विदेश में लोग चखते हैं.

घेवर।
हाइलाइट्स
- जियालाल की दुकान 40 वर्षों से घेवर बना रही है.
- घेवर मावे और बिना मावे के दो प्रकार से बनता है.
- घेवर की कीमत ₹380 किलो है.
Baghpat Ghevar Sweet: बागपत में मिठाई की बात हो और सराय स्थित जियालाल के घेवर का जिक्र न हो, ऐसा मुमकिन नहीं है. पिछले 40 सालों से इस घेवर ने लोगों को अपने स्वाद का दीवाना बना रखा है. यह पूरे 12 महीने उपलब्ध रहता है और इसका स्वाद इतना खास है कि लोग न सिर्फ देश में, बल्कि विदेश में भी इसे बड़े चाव से खाते हैं.
40 सालों से बनाया जा रहा घेवर
बागपत के सराय कस्बे में अग्रवाल मिष्ठान लाल जियालाल की एक पुरानी और मशहूर दुकान है. यहां पिछले 40 वर्षों से स्वादिष्ट घेवर बनाया जा रहा है. इस घेवर को दो तरीकों से बनाया जाता है, एक मावे के साथ और दूसरा बिना मावे के. इसमें देसी घी का इस्तेमाल होता है. पहले आसपास के किसानों से दूध इकट्ठा कर मावा तैयार किया जाता है और फिर मावा, ड्राई फ्रूट्स और देसी घी से घेवर तैयार किया जाता है. इसमें काजू, बादाम और किशमिश का इस्तेमाल होता है. यह घेवर 100% शुद्ध होता है और इसका मूल्य मात्र ₹380 प्रति किलो है.
ये दुकान पूरे साल घेवर बनाती है
सावन के समय लोग अलग-अलग जगहों से घेवर का स्वाद लेने आते हैं, लेकिन बागपत की यह दुकान पूरे साल घेवर बनाती है. यहां का घेवर अपने बेहतरीन स्वाद से लोगों का दिल जीत लेता है. देश ही नहीं, विदेश में भी लोग इस घेवर का स्वाद लेते हैं. पंडित दीपक शर्मा ने बताया कि वे पिछले 14 वर्षों से इस घेवर का आनंद ले रहे हैं और उन्हें ऐसा स्वाद किसी और मिठाई में नहीं मिलता. लोग देश के कोने-कोने से इस घेवर को खरीदने आते हैं और ऑर्डर पर घर मंगाते हैं. विदेश में रहने वाले भी इस घेवर को मंगवाते हैं और इसका स्वाद चखते हैं.
लोग दूर-दूर से आते है खाने
इस घेवर का स्वाद लोगों को इतना पसंद आता है कि वे इसके दीवाने हो जाते हैं. दुकानदार का कहना है कि वह कभी क्वांटिटी और क्वालिटी से समझौता नहीं करते, जिसके कारण लोग इस घेवर को लगातार पसंद कर रहे हैं और इसका आनंद ले रहे हैं.
[ad_2]
Source link