[ad_1]
Last Updated:
NDA Exam Result 2025: दिव्यांश सोलंकी ने NDA परीक्षा में देश में दूसरा स्थान हासिल कर कासगंज का नाम रोशन किया है. उनके माता-पिता शिक्षक हैं और दिव्यांश ने सैनिक स्कूल लखनऊ से पढ़ाई की है. 12 साल की उम्र में घर …और पढ़ें

NDA Exam Result 2025: कासगंज ने दिव्यांश सोलंकी ने NDA एग्जाम में हासिल की दूसरी रैंक
हाइलाइट्स
- दिव्यांश सोलंकी ने NDA परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल किया.
- दिव्यांश ने सैनिक स्कूल लखनऊ से पढ़ाई की है.
- दिव्यांश ने 12 साल की उम्र में घर छोड़ा था.
कासगंज. कासगंज के दिव्यांश सोलंकी ने NDA परीक्षा में पूरे देश में दूसरा स्थान हासिल कर अपने जिले, प्रदेश और उत्तर भारत का नाम रोशन किया है. कासगंज शहर के रहने वाले दिव्यांश की इस उपलब्धि से उनके माता-पिता और परिवार का सिर गर्व से ऊंचा हो गया है. दिव्यांश के NDA परीक्षा पास करने की खबर से उनके घर में बधाई देने वालों की भीड़ लगी हुई है. लोग फूल-मालाओं से उनका स्वागत कर रहे हैं और मिठाई खिलाकर बधाई दे रहे हैं.
वी ओ: आपको बता दें कि कासगंज के आवास विकास कॉलोनी में रहने वाले धीरेन्द्र सिंह सोलंकी और उनकी पत्नी बेसिक शिक्षा में शिक्षक हैं. वे मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं और उनके दो बेटे हैं. बड़ा बेटा नीट की तैयारी कर रहा था और इस वर्ष उसने नीट क्वालीफाई कर लिया है. अब वह बरेली के रुहेलखंड विश्वविद्यालय में MBBS कर रहा है. दूसरा बेटा दिव्यांश कक्षा 7 से लखनऊ के सैनिक स्कूल में पढ़ाई कर रहा था और वहीं से NDA की तैयारी की थी. उसने पहले ही प्रयास में NDA की परीक्षा पास कर ली है.
12 साल की उम्र से हॉस्टल में रहा
परिवार ने बताया कि दिव्यांश शुरू से ही होनहार छात्र रहा है. उसका पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी मन लगता था. उसने कासगंज के सेंट जोसफ स्कूल से कक्षा 6 तक पढ़ाई की थी और फिर सैनिक स्कूल लखनऊ में कक्षा 7 के लिए परीक्षा पास की थी. तभी से वह वहीं के होस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहा था. दिव्यांश के अनुसार, उसने इस वर्ष कक्षा 12 की परीक्षा दी है, जिसका परिणाम अभी नहीं आया है. न्यूज 18 से खास बातचीत में दिव्यांश ने बताया कि जब उसका सैनिक स्कूल में एडमिशन हुआ था, तब उसकी उम्र करीब 12 साल थी और वह पहली बार अकेले होस्टल में रहने गया था. शुरू में उसे घर और मम्मी-पापा की याद आती थी, लेकिन धीरे-धीरे पढ़ाई में मन लग गया. दिव्यांश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने मम्मी-पापा और परिवार के अन्य सदस्यों को दिया है. उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं था.
[ad_2]
Source link