[ad_1]
Last Updated:
Paddy Farming Tips : धान की फसल में अब यूरिया और पोटाश का इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बस किसानों को खेत में पानी भरकर 5 से 7 किलो गाय-भैंसों का यह देशी चारा डालना होगा. अगर किसान धान की फसल में इस देसी …और पढ़ें
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि किसान अगर फसल से अच्छा उत्पादन लेना चाहते हैं तो वह रासायनिक उर्वरक को छोड़कर देसी तरीका अपना भी सकते हैं. किसान अगर अपनी धान की फसल में सरसों की खली का इस्तेमाल करें तो बेहतर परिणाम मिल सकते हैं. सरसों की खली का इस्तेमाल वैसे तो पशुओं के आहार के लिए किया जाता है. लेकिन अगर किसान धान की फसल में इसका इस्तेमाल करें तो धान के पौधों को बढ़वार अच्छी होगी. कल्ले की संख्या तेजी के साथ बढ़ेगी. फसल में कीट कम आएंगे.
सरसों की खली का इस्तेमाल करने के लिए किसान सबसे पहले खेत में पानी भरना होगा. उसके बाद 5 से 7 किलो सरसों की खली को लेकर पीसकर महीन कर लें. पूरे खेत में बिखर दें. ऐसा करने से धान की फसल की ग्रोथ तेज हो जाएगी. किसान धान की रोपाई से पहले भी इसको खेत में डाल सकते हैं.
पोषक तत्वों का खजाना है सरसों की खली
सरसों की खली कई पोषक तत्वों का खजाना कहीं जाती है. इसमें नाइट्रोजन, बोरॉन, सल्फर, जिंक, फास्फोरस और पोटाश जैसे मुख्य पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं. यह सभी पोषक तत्व पौधों के विकास को बेहतर करने के लिए जरूरी होते हैं. सरसों की खली का इस्तेमाल करने से दानों में चमक आएगी. दानों का वजन बढ़ेगा. जिससे किसानों को अच्छा उत्पादन मिलेगा.
[ad_2]
Source link