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Agency:News18 Rajasthan
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जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने 50 हजार के इनामी शराब तस्कर प्रकाश को कर्नाटक से गिरफ्तार किया है. वह दिनदहाड़े हत्या का सूत्रधार था और पिछले एक साल से मंदिरों में प्रायश्चित कर रहा था.

शराब तस्करी का बड़ा सरगना गिरफ्तार
हाइलाइट्स
- 50 हजार का इनामी शराब तस्कर प्रकाश गिरफ्तार.
- आरोपी ने देशभर के मंदिरों में प्रायश्चित किया.
- स्कॉर्पियो में ही ले जाने की इच्छा जताई.
जोधपुर. जोधपुर रेंज की साइक्लोनर टीम ने शराब तस्करी के बड़े सरगना 50 हजार के इनामी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पाली जिला पुलिस की तरफ से उस पर यह इनाम घोषित किया गया था. जोधपुर रेंज पुलिस महानिरीक्षक विकास कुमार ने बताया, आरोपी दिनदहाड़े हुई हत्या का भी सूत्रधार था. साइक्लोनर टीम की तरफ से यह 75वीं उपलब्धि है. आरोपी को ऑपरेशन प्राणी हंता के रूप में पकड़ा गया है.
आरोपी प्रकाश पुत्र रूगनाथ राम निवासी गुढ़ामालानी का है. इसपर तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक पाली की ओर से 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था. साल 2023 अगस्त में लक्ष्मण देवासी नाम के व्यक्ति की दिन दहाड़े हत्या हुई थी, इसका आरोपी सूत्रधार था. उसके बाद से ही यह फरार चल रहा था. आईजी रेंज विकास कुमार ने बताया, बुधवार देर शाम कर्नाटक के शिवसी कस्बे से साइक्लोनर टीम ने नाटकीय ढंग से उसे गिरफ्तार किया है. पिता के पास काफी खेती बाड़ी थी, मगर उसका मन नहीं लगने पर पिता ने उसे स्टील के काम में लगाया था. इसका 10वीं तक पढ़ने के बाद मन नहीं लगता था. स्टील रोलिंग का काम सिखाया था, मगर उसे बाद में स्कॉर्पियो गाड़ी का नशा सा हो गया था. स्कॉर्पियो खुद चलाता था और फिर नशे के काम में उतर गया. उस वक्त शराब कारोबारियों ने उसे ज्यादा रफ्तार से स्कॉर्पियो चलाते देखकर अपने साथ शामिल किया. धीरे-धीरे आगे बढ़ने के साथ वह शराब तस्करी का बेताज बादशाह बनने का सपना देखने लगा था. बाद में इसी कारोबार में लगे लक्ष्मण देवासी और उसकी गैंग आरोपी की आंखों में खटकने लगे. यूपी और हरियाणा से शूटर बुलाकर लक्ष्मण देवासी की हत्या करवा दी थी. उसके बाद से ही यह फरार चल रहा था. फरवरी मार्च 24 तक शराब तस्करी का काम चोरी छुपे चलता रहा था. फरवरी 24 में भोजासर थाना क्षेत्र में शराब का एक ट्रक पकड़ा गया था. इसी के द्वारा भेजा गया था और उसे नामजद किया गया था और फिर यह साइक्लोनर टीम के रडार पर आने से विचलित हो गया.
मन भी परिवर्तन होने लगा
बाद में आरोपी प्रकाश को यह महसूस हुआ कि उसके पिता अपराध की दुनिया से दूर रहने की बात कहते थे. इससे उसका मन भी परिवर्तित होने लगा था पिछले एक साल में वह सारे मंदिर और आश्रम घूम आया था. कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उज्जैन, काशी विश्वनाथ, झारखंड, बंगाल, आसाम, मणिपुर, रामेश्वरम व महाराष्ट्र के मंदिरों में अपने पापों का प्रायश्चित करना शुरू कर दिया. सात दिन बाद जगह बदल देता था. पिछले एक साल से यही चल रहा था.
स्कॉर्पियो से ही भारत के चारों कोनों तक यात्राएं
आरोपी प्रकाश को स्कॉर्पियो का नशा इतना बना रहा कि वह स्कॉर्पियो से ही भारत के चारों कोनों में यात्राएं करता रहा. जिस स्कॉर्पियो से शराब का नेटवर्क खड़ा किया यहां तक एस्काटिंग से लेकर तस्करी तक सभी कुछ स्कॉर्पियो में करता था. जब वह पकड़ा गया तब अंतिम इच्छा जताई कि उसे उसकी स्कॉर्पियो में ही ले जाया जाए.
ऐसे आया पकड़ में
आरोपी प्रकाश इतना शातिर रहा कि वह अपने पास में मोबाइल भी नहीं रखता था. पत्नी व घरवालों से भी संपर्क नहीं करता था. भारत भर में यात्राएं करने के दौरान बाद में उसके पास में पैसों की कमी सताने लगी थी. तब उसने अपने करीबी मित्रों से संपर्क साधा था. धंधे और सुधार की बातें करता था. इसपर साइक्लोनर टीम ने उसे रडार पर लिया. बाहरी नंबर से दो बार संपर्क किया था.
नंबर कर्नाटक के हुबली का मिला
नंबर का पता लगने पर मालूम हुआ कि वह कर्नाटक के हुबली इलाके में है. वहां जाने पर पता लगा कि जिस व्यक्ति के नंबर से फोन किया गया वह नारायण नाम बता रहा था. उसके पास में सफेद रंग की स्कॉर्पियो थी. जिस पर पुलिस गाड़ी नगर से भी पीछा करने लगी और फिर कर्नाटक के हुबली के अलावा अन्य स्थानों पर जाकर स्टिल री रोलिंग, फर्नीचर का काम करने वाले राजस्थानियों से मिली. तब आखिर में एक स्टील कंपनी में वह दस्तयाब किया जा सका.
जिन स्थानों पर रहा भगवान के नाम रखें
आईजी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी प्रकाश देश भर के मंदिरों की यात्राएं करता रहा और पापों को धोने के लिए जिन-जिन स्थानों पर रहा वहां अपना नाम भी भगवान के नाम पर रखता रहा. कभी रामाकिशन तो कभी नारायण या फिर विष्णु, हनुमान और शिव बनकर रहा.
Jodhpur,Jodhpur,Rajasthan
February 15, 2025, 10:41 IST
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