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Pilibhit News : जिन खेतों में ये बाघिन आखिरी बार दिखी, उसके सामने गांव है. लोग दहशत में है. स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बच्चे घरों में दुबके हैं. 14 मई को जंगल से निकली ये बाघिन दहशत का पर्याय बन चुकी है.
पीलीभीत. यूपी के पीलीभीत में लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. गुरुवार को पीलीभीत के एक गांव में महिला को मौत के घाट उतारने वाली बाघिन अभी भी इलाके में ही डेरा जमाए बैठी है. ऐसे में ग्रामीणों के बीच दहशत देखने को मिल रही है. जिन खेतों में बाघिन आखिरी बार देखी गई थी, उसके ठीक सामने पूरा गांव बसा है. फिलहाल वन विभाग की टीमें बाघिन की तलाश कर उसे ट्रेंकुलाइज करने के प्रयास में जुटी हुई हैं. बीते 14 मई को जंगल से बाहर निकली ये बाघिन पीलीभीत और आसपास के इलाकों के लिए दहशत का पर्याय बनी हुई है.
हर बार दांव बेकर
33 दिनों में यह बाघिन 3 लोगों को अपना निवाला बना चुकी है. गुरुवार को इसने न्यूरिया थाना क्षेत्र के तहत आने वाले दो अलग-अलग इलाकों में 3 लोगों पर हमला किया, जिसमें से एक महिला और एक युवक गंभीर रूप से घायल हैं. एक महिला को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. महिला का अधखाया शव गन्ने के खेतों से बरामद हुआ. पूरे दिन वन विभाग और पुलिस की टीमें बाघिन की निगरानी में जुटी हुई थीं, लेकिन शाम होते ही बाघिन बिथरा-मंडरिया से निकलकर महेशपुर गांव स्थित गन्ने के खेतों में पहुंच गई. तब से लेकर अब तक वन विभाग बाघिन की लोकेशन ट्रेस करने में जुटा है, लेकिन हर बार दांव बेकर जाता है.
दहशत में कट रही रातें
गुरुवार देर शाम जिन खेतों में बाघिन की चहलकदमी देखी गई, उन खेतों के ठीक सामने पूरा गांव बसा है. इतना ही नहीं गांव के अधिकांश घर खुले होने के चलते सभी के मन में खौफ देखा जा रहा है. लगातार सामने आ रही घटनाओं और बाघिन का इलाके में डेरा जमाने के बाद स्थानीय प्रशासन की ओर से इलाके के सभी स्कूलों को भी बंद करा दिया गया है. ऐसे में बच्चों की पढ़ाई से लेकर कृषि कार्य सभी प्रभावित हो रहे हैं.
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