Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

नई दिल्ली. ‘शेर जब एक कदम पीछे हटाता है, तो ये समझ लो कि छलांग मारने वाला है!’ ये डायलॉग 1973 में आई फिल्म जंजीर का है. इस डायलॉग के साथ फिल्म में इंस्पेक्टर विजय खन्ना यानी अमिताभ बच्चन ने आत्मविश्वास और जोश को दिखाया था. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि फिल्म की रिलीज के दौरान आत्मविश्वास और जोश दोनों टूट से गए थे. एक के बाद एक फ्लॉप देने वाले अमिताभ बच्चन ने जब बोरिया बिस्तरा समेटने का मन बना लिया था, तब उन्होंने सपने में भी इस बात की कल्पना नहीं की थी कि ये उनके करियर की टर्निंग पॉइंट होगी. बिग बी तब इंडस्ट्री में नए-नए आए थे. इंडस्ट्री में खुद को बनाए रखने के लिए वो एक हिट की तलाश कर रहे थे और प्रकाश मेहरा उनके लिए उस दौर में हारे का सहारा बनकर आए.

11 मई 1973 को रिलीज हुई ‘जंजीर’ हुई. ये अमिताभ बच्चन के करियर की वो फिल्म थी, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुडकर नहीं देखा. इस फिल्म से पहले उन्होंने 12 फिल्मों में काम तो किया, लेकिन ‘बॉम्बे टू गोवा’ और ‘आनंद’ सिर्फ दो हिट मिल सकी. ‘जंजीर’ अमिताभ को मिली, फिल्म की शूटिंग भी हुई, लेकिन फिल्म का संघर्ष कम नहीं हुआ.

धर्मेंद्र ने खरीदी थी ‘जंजीर’, फिर की अदला-बदली

अमिताभ बच्चन से पहले ‘जंजीर’ धर्मेंद्र, देव आनंद और राजकुमार को ऑफर हुई थी. प्रकाश मेहरा ने एक इंटरव्यू में इस फिल्म की पूरी कहानी को बयां किया था. उन्होंने बताया था कि यह फिल्म हकीकत में उनकी नहीं थी बल्कि एक्टर धर्मेंद्र, सलीम-जावेद से इसकी कहानी खरीद चुके थे. उसी समय प्रकाश मेहरा ‘समाधि’ नाम से फिल्म बनाने की प्लानिंग कर रहे थे. जब धर्मेंद्र को यह पता चला तो उन्हें आइडिया इतना पसंद आया कि उन्होंने ‘समाधि’ के बदले ‘जंजीर’ डायरेक्टर को दे दी.

1973 में रिलीज हुई ‘जंजीर’ ने न केवल अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बनाया, बल्कि हिंदी सिनेमा में ‘एंग्री यंग मैन’ के नए युग की शुरुआत भी की.

3 स्टार्स ने रिजेक्ट की फिल्म, फिर प्राण दी सलाह

धर्मेंद्र ने अपने भाई की फिल्म करने से प्रकाश मेहरा से इस फिल्म के लिए इनकार कर दिया. देव आनंद को कहानी तो पसंद आई, लेकिन वो अपनी शर्तों पर फिल्म करना चाहते थे. प्रकाश मेहरा नहीं मानें तो फिल्म से हाथ पीछे खींच लिए. देव आनंद के इनकार के बाद विनोद मेहरा अक्खड़ एक्टर राजकुमार के पास गए, जो चेन्नई में शूटिंग कर रहे थे. राजकुमार को फिल्म इतनी पसंद आई कि वे अगले दिन से ही शूटिंग शुरू करने के लिए तैयार थे, लेकिन वे चाहते थे कि मेहरा इसे साउथ इंडिया में ही शूट करें, ताकि उनका वो शूट भी जारी रहे, जो वो चेन्नई में कर रहे थे. हालांकि, राजकुमार की इस शर्त को प्रकाश मेहरा ने नहीं मानी. 3 सुपरस्टार्स ने फिल्म को ठुकराया तो प्रकाश मेहरा तनाव में थे. उनकी परेशानी को प्राण ने समझा और अमिताभ बच्चन को फिल्म में लेने की सलाह दी.

मुमताज के इनकार के बाद, जया भादुरी ने फिल्म करने का फैसला किया.

प्रकाश मेहरा के सलेक्शन

अमिताभ के सलेक्शन पर प्रकाश मेहरा पर कई सवाल भी उठे. प्रकाश मेहरा को तब झटका लगा, जब मुमताज ने शादी का फैसला कर फिल्म में काम करने से इनकार कर दिया. अमिताभ ने जया भादुड़ी से कहा कि कोई भी हीरोइन उनके साथ काम नहीं करना चाहती. तब जया ने उनसे कहा कि वे मेहरा को उन्हें अप्रोच करने के लिए कहें और फिर फिल्म का कास्टिंग पूरी हुई.

हंसते थे डिस्ट्रीब्यूटर, रोते थे बिग बी

रेडिफ को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि कोई फाइनेंसर नहीं था और डिस्ट्रीब्यूटर भाग गए थे. वे मुझ पर हंसते थे, ‘यह लंबा बेवकूफ हीरो कौन है?’ अमिताभ रोते, वह बहुत निराश महसूस करते थे. दिलचस्प बात यह है कि ‘जंजीर’ की बॉक्स ऑफिस पर ‘बॉबी’ से टक्कर हुई थी. प्रकाश मेहरा ने खुलासा किया कि राज कपूर फिल्म की सफलता से हैरान थे, क्योंकि फिल्म में केवल तीन गाने थे, जो उन दिनों में रेयर थे.

डिस्ट्रीब्यूटर के तंज और  फिल्म की शुरुआती विफलता को देख अमिताभ बच्चन निराश हो गए थे.

फिल्म की शुरुआती हालत देख बुखार में पड़ गए थे अमिताभ

1998 के अपने इंटरव्यू में प्रकाश मेहरा ने याद करते हुए कहा, ‘फिल्म के बुरे समय ने अमिताभ पर इतना बुरा असर डाला था कि उन्हें बुखार आ गया था. दरअसल, बॉम्बे में शुरूआती चार दिन अच्छे नहीं रहे. उन्होंने बताया था कि उन्हें लगने लगा था कि फिल्म फ्लॉप हो जाएगी. खराब शुरुआत देख अमिताभ पर इतना बुरा प्रभाव पड़ा कि उन्हें बुखार आ गया. उन्होंने बताया था, ‘4 दिन बाद जब दूसरे सप्ताह की बुकिंग शुरू हुई तो मैं बांद्रा स्थित गैएटी गैलेक्सी सिनेमा के सामने से गुजर रहा था. मैंने देखा कि टिकट खिड़की पर एडवांस बुकिंग वालों की भीड़ जमा है और 5 रुपए का टिकट 100 रुपए में बेचा जा रहा था. जब अमिताभ ने इस बारे में सुना तो उनका बुखार बढ़कर 104 डिग्री पहुंच गया, वो यकीन ही नहीं कर पा रहे थे कि वो स्टार बन गए हैं.

90 लाख बजट, 17 करोड़ से ज्यादा कमाई

करीब 90 लाख के बजट में बनी इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 17.46 करोड़ रुपये की कमाई की थी. यह उस समय एक ब्लॉकबस्टर थी. ‘जंजीर’ के लिए उस साल अमिताभ बच्चन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया था, लेकिन ‘बॉबी’ के लिए ऋषि कपूर से पुरस्कार हार गए थे.

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment