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Chitrakoot Ground Report : इस योजना के तहत चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीपुर और सोनभद्र के करीब 24 हजार राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को सीधा फायदा होगा. इसे बड़ा कदम माना जा रहा है.
चित्रकूट. प्रदेश सरकार ने स्कूली शिक्षा को प्रोत्साहित करने और दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले बच्चों की पढ़ाई को आसान बनाने के उद्देश्य से एक नई पहल की है. इस योजना के तहत बुंदेलखंड के चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीपुर सहित छह जिलों और विंध्य क्षेत्र के एक जिले सोनभद्र के करीब 24 हजार राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को वार्षिक 6000 हजार का यात्रा भत्ता दिया जाएगा. यह योजना कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों के लिए लागू की गई है, जिनका विद्यालय उनके गांव से 5 किलोमीटर या उससे अधिक की दूरी पर है.
जल्द करें इसे लागू
लोकल 18 की टीम चित्रकूट के पाठा क्षेत्र के गांव मारकुंडी पहुंची, जहां के इंटर कॉलेज में दर्जनों छात्र कई किलोमीटर की दूरी तय कर पढ़ने आते हैं. स्थानीय लोगों और अभिभावकों ने सरकार के इस निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह कदम बच्चों के भविष्य के लिए बेहद जरूरी था. गांववासियों का कहना है कि यात्रा का खर्च कई बार बच्चों की पढ़ाई में बाधा बनता था, लेकिन अब यात्रा भत्ता मिलने से वे न केवल नियमित स्कूल जा पाएंगे, बल्कि पढ़ाई भी नहीं छूटेगी.
कैसें उठाएं इस स्कीम का फायदा
छात्रों को यात्रा भत्ता प्राप्त करने के लिए ग्राम स्तर पर ग्राम प्रधान और विद्यालय स्तर पर प्रधानाचार्य से सत्यापन कराना अनिवार्य होगा. शहरी क्षेत्रों में यह कार्य पार्षद करेंगे. सत्यापन के बाद पात्र छात्रों को डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से 6000 हजार की राशि सीधे उनके बैंक खातों में भेजी जाएगी. सरकार का उद्देश्य इस योजना के माध्यम से बच्चों की उपस्थिति में सुधार लाना और स्कूल ड्रॉपआउट दर को कम करना है. यह सुनिश्चित करना भी है कि आर्थिक तंगी के कारण कोई भी छात्र शिक्षा से वंचित न रहे. योजना का लाभ केवल उन्हीं छात्रों को मिलेगा जिनकी उपस्थिति नियमित रहेगी.
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