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Jeju Air Crash: जेजू एयर की फ्लाइट 7C-2216 को दक्षिण कोरिया के मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग की इजाजत देने के साथ एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने पायलट को एयर साइट पर मौजूद पक्षियों से सावधान रखने की चेतावनी भी दे दी थी. चेतावनी देने के महज दो मिनट बाद जेजू एयर के पायलट ने एटीसी को इमरजेंसी अलर्ट देते हुए बर्ड हिट की जानकारी दी. उस समय स्‍थानीय समय के अनुसार सुबह के करीब 8:59 बजे बजे हुए थे.

इसी दौरान, पायलट ने एटीसी को जानकारी दी कि उसने अपनी लैंडिंग अबार्ट कर गो अराउंड में जाने का फैसला किया है. अब वह आसमान में चक्‍कर लगाने के बाद लैंडिंग का दूसरा प्रयास करेगा. इस बातचीत से महज एक मिनट बाद जेजू एयर का प्‍लेन विपरीत दिशा से आता हुआ नजर आया और देखते ही देखते वह कंक्रीट के स्‍ट्रक्‍चर से टकराकर आग की लपटों से घिर गया. इस हासदे में 179 यात्रियों सहित 181 लोगों की मृत्‍यु हो गई.

जिस समय य‍ह विमान कंक्रीट के स्‍ट्रक्‍चर से टकराकर क्रैश हुआ, उस समय सुबह के 9:03 बजे हुए थे. अब 8:59 बजे से 9:03 बजे के बीच, यानी इन चार मिनट में क्‍या हुआ, इससे जुड़े सवाल क्रैश की जांच में जुड़े इंवेस्टिगेटर्स के साथ एविएशन एक्‍सपर्ट के दिमाग को परेशान कर रहे हैं. इन रहस्‍यमयी चार मिनटों का रहस्‍य जानने के लिए इस घटना के तमाम वीडियो और एयरपोर्ट पर लगे तमाम सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला जा रहा है.

क्‍या प्‍लेन के दोनों इंजन नहीं कर रहे थे काम?
प्‍लेन क्रैशन से जुड़े एक वीडियो में नजर आया है कि लैंडिंग के दौरान जेजू एयर के प्‍लेन का लैंडिंग गियर बंद था. इसी वजह से प्‍लेन रनवे से रगड़ खाते हुए कंकरीट के स्‍ट्रक्‍चर से टकरा गया था. इस रगड़ के चलते उत्‍पन्‍न हुई जिंगारियां कुछ ही पलों में भयंकर आग की लपटों में तब्‍दील हो गई थीं. एक्‍सपर्ट का मानना है कि ऐसी स्थिति में लैंडिंग तभी की जाती है, जब पायलट के पास बिल्कुल समय न हो. तो क्‍या हादसे से एयरक्राफ्ट के दोनों इंजन बर्ड हिट का शिकार हो गए थे और दोनों ने काम करना बंद कर दिया था?

आखिर पायलट को लैंडिंग की क्‍या थी जल्‍दी?
दक्षिण कोरिया के एविएशन सिक्योरिटी एसोसिएशन के अध्यक्ष ह्वांग होवोन ने भी पायलट की इसी जल्‍दबाजी को लेकर सवाल उठाया है उन्‍होंने लैंडिंग गियर बंद होने के मसले पर कहा है कि पायलट बिना लैंडिंग गियर खोले विमान की लैंडिंग का फैसला तभी लेते हैं, जब उनके पास बिल्कुल समय न बचा हो. इस तरह की लैंडिंग को देखने के बाद यही लगता है कि विमान के दोनों इंजन खराब हो गए थे और पायलट के पास इतना समय नहीं था कि वह विमान के मेन लैंडिंग गियर खोल सके.

क्‍या लैंडिंग गियर-रिवर्स थ्रस्ट ने भी दिया धोखा?
एविएशन एक्‍सपर्ट क्रैश से पहले प्‍लेन की स्‍पीड को लेकर भी सवाल उठा रहे हैं. क्रैश से जुड़े वीडियो में नजर आया है कि लैंडिंग के दौरान न केवल प्‍लेन के इंजन और लैंडिंग गियर में दिक्‍कत देखी गई, बल्कि प्‍लेन की स्‍पीड को कंट्रोल करने वाले लैंडिंग गियर ब्रेक और इंजन रिवर्स थ्रस्ट भी काम नहीं कर रहे थे. प्‍लेन के फ्लैप बंद थे, जो स्‍पीड को कम करने में सबसे अधिक मददगार होते हैं. स्‍पीड कंट्रोल न होने की वजह से प्‍लेन 8200 फीट के रनवे को पारकर कंक्रीट के स्‍ट्रक्‍चर से टकरा गया.

इन दो बाक्‍स में छिपे में तमाम सवालों के जवाब
जेजू एयर की फ्लाइट 7C-2216 के क्रैश से जुड़े तमाम सवाल एयरक्राफ्ट के ब्‍लैक बॉक्‍स में बंद हैं. इन दोनों ब्‍लैक बॉक्‍स को इंवेस्टिगेटिव एजेंसी ने बरामद कर लिया है. एक ब्‍लैक बॉक्‍स से डाटा रिट्रीव करने की कोशिश की जा रही है, जबकि दूसरे ब्‍लैक बॉक्‍स को ऑडियो में कंवर्ट किया जा रहा है, जिससे आखिरी समय में पायलट के बीच हुई बातचीत को सुनकर क्रैश के कारणों का पता लगाया जा सके.

Tags: Airport Diaries, Aviation News, Plane Crash

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