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Ramayan Behind The Scenes: 1980 के दशक में रामानंद सागर के टीवी सीरियल रामायण ने पूरे देश में तहलका मचा दिया था. ये वो शो रहा, जिसकी चर्चाएं जब होती है तो रामायण के पात्रों के चेहरे आंखों के सामने से घूम जाते…और पढ़ें

रामायण की ‘सीता’ को जब काम के आगे नहीं भाया घर-बार, 4 साल तक नहीं मनाई होली-दिवाली, नहीं हुआ मलाल

रामानंद सागर की ‘रामायाण’ में इस पौराणिक धाराविक में काम करना सभी कलाकारों के लिए मुश्किल था.

हाइलाइट्स

  • दीपिका चिखलिया ने 4 साल तक त्योहार सेट पर मनाए.
  • रामायण की शूटिंग के लिए टीम को परिवार से दूर रहना पड़ा.
  • रामायण की टीम ने कठिन परिस्थितियों में दिल से काम किया.

नई दिल्ली. रामानंद सागर की रामायण भारतीय टेलीविजन का वह पौराणिक धारावाहिक है, जिसने दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी है. इस सीरियल के सभी कलाकारों ने अपने किरदारों में इतनी शिद्दत और सच्चाई से काम किया कि आज भी उनके चेहरे लोगों की स्मृति में बसते हैं. सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया ने एक इंटरव्यू में इस शो से जुड़ी कुछ भावुक यादें साझा कीं, जिन्होंने दर्शकों को एक बार फिर उस दौर में लौटा दिया.

दीपिका ने बताया कि रामायण की शूटिंग कोई आसान काम नहीं था. इसके लिए टीम को अपने परिवारों से सालों दूर रहना पड़ा. महाराष्ट्र के बॉर्डर पर स्थित एक लोकेशन पर शूटिंग चल रही थी, जो कलाकारों के घरों से काफी दूर थी. ऐसे में त्योहारों के समय भी घर जाना मुमकिन नहीं होता था.

सेट पर ही मनाने पड़े त्योहार
दीपिका ने खुलासा किया कि इस धारावाहिक के चलते उन्होंने और बाकी कलाकारों ने लगातार चार साल तक होली-दिवाली जैसा बड़ा त्योहार भी अपने घर पर नहीं मनाया.रामायण और उसके बाद लव-कुश सीरियल की शूटिंग मिलाकर यह सिलसिला लगभग चार साल तक चला. इस दौरान सभी कलाकार त्योहारों पर भी सेट पर ही रहे और वहीं छोटी-छोटी तैयारियों के साथ जश्न मनाया.

‘सेलिब्रेशन दर्शकों के लिए था, हमारे लिए तपस्या’
न्यूज 24 को दिए इंटरव्यू में दीपिका ने कहा, ‘दर्शकों के लिए रामायण एक बड़ा उत्सव था, लेकिन हमारे लिए यह एक साधना थी. हमें त्योहारों की कमी महसूस नहीं हुई क्योंकि हम जिस चीज के लिए काम कर रहे थे, वह बहुत खास थी.’ उन्होंने यह भी बताया कि शूटिंग की कठिन परिस्थितियों और निजी बलिदानों के बावजूद पूरी टीम ने दिल से काम किया, और जब यह सीरियल लोगों के दिलों में बस गया, तब उन्हें अपनी मेहनत का असली फल मिला.

कभी नहीं खली कमी
इसी के साथ दीपिका ने कहा कि ये शो उनके और पूरी रामायण की टीम के लिए इतना खास था कि उन्हें ये बात कभी नहीं खली. उनकी मेहनत रंग लाई और आज भी ये भारत के सबसे पसंदीदा टीवी धारावाहिकों में से एक है.

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रामायण की ‘सीता’ को काम के आगे नहीं भाया घर-बार, 4 साल तक नहीं मनाए त्योहार

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