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फाइनल मैच में जैसा उम्मीद थी दुबई की पिच पर स्पिन गेंदबाजी खेलना मुश्किल होगा बिल्कुल ठीक वैसा हुआ भी. पहले 10 ओवर में 69 रन बनाने वाली किवी बल्लेबाजी अगले 20 ओवर में रन बनाने के लिए जूझती नजर आई. न्यूजीलैंड क…और पढ़ें

11 ओवर से 40 ओवर तक फिरकी के सामने किवी टीम बना पाई सिर्फ 103 रन
हाइलाइट्स
- रोहित की कप्तानी में स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड को रोका.
- न्यूजीलैंड ने 20 ओवर में 66 रन पर 3 विकेट खोए.
- भारतीय स्पिनर्स ने न्यूजीलैंड की रन गति पर ब्रेक लगाया.
नई दिल्ली. ट्रैक पर ट्रेन बहुत तेजी से भाग रही हो और हर स्टेशन पर अचानक स्टेशन मास्टर लाल झंडी लेकर खड़ा हो जाए तो लाजिमी हो कि ट्रेन की गति पर ब्रेक तो लगेगा ही. दुबई के मैदान पर भी कुछ ऐसा ही देखने जहां न्यूजीलैंड एक्सप्रेस ने रप्तार तो पकड़ा पर जैसे ही 10 ओवर का जंकशन निकला स्पीड यानि रन गति पर ब्रेक लग गई.
न्यूजूलैंड वे फाइनल मैच में शुरुआत तो बेहद सानदार की थी और पहले 6 ओवर में 50 का आंकड़ा भी पार कर लिया था कि तभी स्पिन गेंदबाज स्टेशन मास्टर की भूमिका में आए और उन्होंने न्यूजीलैंड एक्सप्रेस की रफ्तार पर पूरी तरह से ब्रेक लगा दिया. किवी टीम की हालत तब और खराब हो गई जब थोड़े थोड़े अंतराल पर विकेट्स भी गिरते रहे.
20 ओवर 66 रन 3 विकेट
टॉस जीतकर पहले बल्कलेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम को रचिन रवींद्र और विल यंग ने तेज शुरुआत दी और देखते ही देखते टीम का स्कोर 50 पार कर गया. कप्तान को वरुण चक्रवर्ती के शरण में 8वें ओवर में ही जाना पड़ा और वरुण ने यंग को आउट करके रोहित के दांव को सफल भी बना दिया. बस यहीं से शुरु हुआ स्पिन गेंदबाजों को खेल. पहले 10 ओवर में 69 रन बनाने वाली किवी टीम 11 से 20 ओवर में 3.20 की औसत से सिर्फ 32 बना पाए और दो विकेट गिरे वहीं 21 से 30 ओवर 34 रन बनाए और 1 विकेट गिरा. कुल मिलाकर 20 ओवर में 66 रन बने और 3 विकेट गिर गए. वहीं 31 से 40 ओवर में भी भारतीय स्पिनर छाए रहे. ये मैच का वो दौर था जब स्पिन गेंदबाजों का वर्चस्व देखने को मिला . चारों स्पिनर ने अपने पहले स्पेल में कमाल की गेंदबाजी करते हुए किसी भी बल्लेबाज को टिकने नहीं दिया.
फाइनल में चमकी चौकड़ी
ये तो तय था कि फिरकी के फनकारों का रोल फाइनल में बहुत बड़ा होगा औऐर जिस तरह की शुरुआत न्यूजीलैंड ने शमी और हार्दिक के खिलाफ किया उससे कप्तान के पास एक ही चारा रह गया था कि वो स्पिन के शरण में जाए. रोहित ने जैसे ही फिरकी का जाल बिछाया पूरी तरह से उलझ गई न्यूजीलैंड. पहला विकेट वरुण ने लिया उसके बाद कुलदीप यादव ने रचिन रवींद्र और विलियम्सन को आउट करके न्यूजीलैंड को बड़ा झटका दिया जहां से किवी टीम उबर नहीं पाई. किसी भी स्पिन गेंदबाज के खिलाफ कोई भी बल्लेबाज खुलकर नहीं खेल पाया. जडेजा ने सबसे किफायती गेंदबाजी करते हुए 10 ओवर में 30 रन दिए और लैथम का विकेट लिया. वहीं बाकी के स्पिन गेंदबाजों का इकॉनमी रेट भी 5 से नीचे रहा. फाइनल में फिरकी के खिलाफ न्यूजीलैंड की पारी के हालात इतने खराब थे कि 21 से 40 ओवर में कुल 3 चौके ही लगे जो ये दर्शाता है कि भारतीय टीम किस कदर मैदान पर छाई रही.
New Delhi,Delhi
March 09, 2025, 17:26 IST
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