[ad_1]
Last Updated:
Mental Health Drugs & ALS Risk: एक नई स्टडी में पाया गया है कि एंजायटी, डिप्रेशन और नींद की समस्याओं के लिए दी जाने वाली दवाएं लंबे समय तक लेने से खतरनाक न्यूरोलॉजिकल डिजीज ALS का खतरा काफी बढ़ सकता है.

एंजायटी, डिप्रेशन और नींद की दवाएं ज्यादा लेना खतरनाक हो सकता है.
हाइलाइट्स
- मेंटल हेल्थ की दवाएं न्यूरोलॉजिकल डिजीज ALS का खतरा बढ़ा सकती हैं.
- ALS खतरनाक बीमारी है, जिसमें शरीर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं.
- ALS बीमारी के शुरुआती लक्षणों में मानसिक लक्षण पहले नजर आ सकते हैं.
ऐमायोट्रॉफिक लैटरल स्क्लेरोसिस (ALS) एक जानलेवा न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें शरीर की मांसपेशियां धीरे-धीरे काम करना बंद कर देती हैं. इसकी वजह से मरीज को हाथ-पैर हिलाने, चलने, बोलने, निगलने और सांस लेने तक में दिक्कत होने लगती है. यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है और इसका सटीक इलाज अब तक नहीं मिला है. JAMA Neurology में प्रकाशित इस रिसर्च में सामने आया है कि चिंता, डिप्रेशन और नींद से जुड़ी कॉमन दवाएं लेने वाले लोगों में ALS का खतरा बढ़ सकता है. इन दवाओं और ALS के बीच एक संबंध हो सकता है. हालांकि इसका मतलब ये नहीं है कि ये दवाएं ही बीमारी की सीधी वजह हैं.
अब सवाल है कि क्या एंजायटी, डिप्रेशन और नींद की परेशानी से जूझ रहे लोगों को ये दवाएं बंद कर देनी चाहिए? इस पर हेल्थ एक्सपर्ट्स का साफ कहना है कि कोई भी मरीज अपनी दवा खुद से बंद न करे. अगर किसी को एंजायटी, डिप्रेशन या नींद से जुड़ी समस्या हो, तो पहले डॉक्टर से बात करें. दवाएं अचानक बंद करने से मानसिक और शारीरिक स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है. इस स्टडी का मतलब यह नहीं है कि मेंटल हेल्थ की दवाएं नुकसानदायक हैं, बल्कि इसका उद्देश्य है कि डॉक्टर और मरीज दोनों सावधानी बरतें. खासकर जब इन दवाओं का लंबे समय तक उपयोग किया जा रहा हो, तब इसे लेकर ज्यादा जागरूक रहें.
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
[ad_2]
Source link