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Uttar Pradesh News: साइबर ठगी के मामले अब हद से अधिक आने लगे हैं. इन ठगों के निशाने पर आम से लेकर खास तक सभी हैं. किस फोन की घंटी कब कितने रुपये साफ कर दे कह नहीं सकते. कार्रवाई तो तब हो जब इन ठगों को ढूंढ सकें…और पढ़ें

गाजियाबाद में पुलिसवाले के बेटे को ठगा. (एआई जनरेटेड)
हाइलाइट्स
- गाजियाबाद में साइबर ठगी का मामला सामने आया.
- पुलिस ने खातों को फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू की.
गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में साइबर ठगी का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में लगातार ठगी के नए मामले सामने आ रहे हैं. ताजा ठगी का मामला जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र के सराय नजर अली इलाके में रहने वाले पुलिस कांस्टेबल मोहम्मद हसमुद्दीन के बेटे के साथ सामने आया है.
साइबर ठगों ने फर्जी गेमिंग ऐप के जरिये हेड कांस्टेबल के बेटे से 10 लाख रुपये ठग लिए. ठगों ने ये रकम 11 खातों में ट्रांसफर कराई. आरोप है कि शातिरों ने फर्जी गेमिंग ऐप की एपीके फाइल का लिंक भेजा, जिसपर क्लिक करने के बाद मोबाइल का एक्सीस ले लिया. इस मामले में हेड कांस्टेबल ने साइबर क्राइम थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है.
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पुलिस के अनुसार, कोतवाली क्षेत्र के सराय नजर अली में रहने वाले हेड कांस्टेबल मोहम्मद हसमुद्दीन बुलंदशहर में तैनात हैं. उन्होंने शिकायत दी है कि उनके बेटे के मोबाइल पर ऑनलाइन गेमिंग ऐप की एक फाइल आई. शातिरों ने ऐप इंस्टॉल कराकर बैंक डिटेल लेकर खाते से रकम निकाल ली. ड्यूटी से छुट्टी मिलने के बाद जब वह घर गए और बैंक खाता चेक किया तो उसमें रकम नहीं मिली. शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई है उन खातों को फ्रीज किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
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