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Rajasthan Best Tourist Destination: जयपुर लगभग 80 किमी दूर सांभर शहर में आपको कई दर्शनीय स्थल मिल जाएंगे. इस शहर को मुख्य रूप से सांभर झील के लिए जाना जाता है. चारों तरफ सफेद नमक का मैदान इस शहर की खूबसूरती पर …और पढ़ें

राजधानी जयपुर से 70 किलोमीटर दूर स्थित सांभर शहर पर्यटन की दृष्टि से कफ महत्वपूर्ण जगह है. यहां घूमने लायक ऐसी अनेकों जगह है, जिनके बारे में जानकर पर्यटकों को हैरानी होगी. इस शहर को मुख्य रूप से सांभर झील के लिए जाना जाता है. चारों तरफ सफेद नमक का मैदान इस शहर की खूबसूरती पर चार चांद लगा देता है. आज हम आपको सांभर शहर के आस-पास घूमने लायक पांच मुख्य पर्यटक स्थलों के बारे में बताएंगे.

सांभर झील खारे पानी की झील है और यहां का प्रमुख पर्यटन स्थल है. यह झील प्रवासी पक्षियों के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां फ्लेमिंगो, पेलिकन और अन्य विदेशी प्रजातियों के पक्षी प्रवास पर आते हैं. झील के आस-पास नमक के विशाल खेत हैं, जो देखने में बहुत सुंदर दिखाई देते हैं. यहां सूर्योदय और सूर्यास्त का नज़ारा बेहद मनमोहक होता है. सांभर झील जयपुर शहर से लगभग 80 किमी दूर है और सांभर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर है.

शाकम्भरी देवी मंदिर सांभर शहर की कुलदेवी है, इस मंदिर का इतिहास चौहान राजाओं से जुड़ा है. यह सांभर का प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह एक देवी मां का मंदिर है जो, बहुत चमत्कारी माना जाता है. यह मंदिर अरावली पहाड़ियों की तलहटी में स्थित है और इसकी वास्तुकला राजस्थानी शैली में बनी हुई है. मंदिर के आस-पास का प्राकृतिक वातावरण शांत और आध्यात्मिक अनुभूति प्रदान करता है. नवरात्रि के समय यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. यह मंदिर सांभर शहर से लगभग 15 किमी दूर स्थित है और यहां तक टैक्सी या बस द्वारा पहुंचा जा सकता है.

देवयानी तीर्थ स्थल सांभर झील के पास स्थित एक प्राचीन और पौराणिक धार्मिक स्थल है. यह स्थान हिंदू पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है. मान्यता है कि दैत्य गुरु शुक्राचार्य की पुत्री देवयानी और राजा ययाति की प्रेम कथा का संबंध इस स्थान से है. देवयानी ने यहां तपस्या की थी और इसी कारण इस तीर्थ का नाम उनके नाम पर रखा गया. यहां एक प्राचीन कुंड है, जिसमें स्नान करने का धार्मिक महत्व है. मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. देवयानी तीर्थ सांभर शहर से लगभग 5 से 6 किमी दूर है और यहां ऑटो, टैक्सी या निजी वाहन से पहुंचा जा सकता है.

सांभर झील के पास ही ऐतिहासिक सांभर किला स्थित है. यह अपनी प्राचीन वास्तुकला और ऐतिहासिक घटनाओं के लिए के लिए प्रसिद्ध है. यह किला चौहान वंश के शासकों द्वारा बनवाया गया था और बाद में मुगलों व राजपूतों के अधीन रहा. सांभर शहर में पर्यटकों के लिए घूमने लायक यह है अच्छी जगह है. यहां, पुराने समय में राजा-महाराजा कैसे रहते थे इसकी जानकारी भी मिलती है.

बंजारों की छतरियां सांभर रेलवे स्टेशन के पास ही मौजूद है. यहां अनेकों छतरियां बनी हुई जो, फोटोग्राफी के लिए अच्छा पॉइंट है. बंजारों की छतरियां सांभर के इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह स्थान बंजारों (वनवासी) समुदाय के लोगों की स्मृति में बनाया गया है. बंजारों की छतरियां सांभर के इतिहास, संस्कृति और सामाजिक संरचना को दर्शाती हैं. इन्हें सफेद संगमरमर के पत्थर से बनाया गया है जो दिखने में बहुत सुंदर लगती है.
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