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Vaibhav Suryavanshi Hundred: 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने एक झटके में विराट कोहली, रोहित शर्मा, एमएस धोनी से लेकर सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गज को पीछे छोड़ दिया है. अगर वे सबसे कम उम्र में भारत के लिए मैच खेलने वाल…और पढ़ें

वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में 35 गेंद में शतक ठोका.
हाइलाइट्स
- वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में 35 गेंद में शतक ठोका.
- यह आईपीएल में किसी भारतीय बैटर का सबसे तेज शतक है.
- वैभव के निशाने पर अब सचिन तेंदुलकर का डेब्यू वाला रिकॉर्ड है.
नई दिल्ली. वैभव सूर्यवंशी. भारत का लाडला अब पूरे क्रिकेट वर्ल्ड का सुपरस्टार बन गया है. 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने एक झटके में विराट कोहली, रोहित शर्मा, एमएस धोनी, हार्दिक पंड्या से लेकर सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है. वैभव ने 35 गेंद में शतक ठोककर ऐसा किया है, जो आईपीएल में किसी भी भारतीय का सबसे तेज शतक है. रोहित-कोहली, धोनी-पंड्या, सचिन 35 तो क्या कभी 40 गेंद में भी आईपीएल में शतक नहीं बना पाए हैं. वैभव सूर्यवंशी के इस रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के बाद उम्मीद की जा रही है कि वे भारत के लिए सबसे कम उम्र में खेलने का सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड भी तोड़ सकते हैं.
जब सचिन 16 साल की उम्र में भारत के लिए खेले
सचिन तेंदुलकर जब 1989 में भारत के लिए पहली बार खेलने उतरे तो उनकी उम्र 16 साल, 205 दिन थी. सचिन ने पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच से अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की थी. वे तब भारत के लिए डेब्यू करने वाले सबसे कम उम्र के क्रिकेटर बने थे. उनका यह रिकॉर्ड अब भी कायम है. तो क्या वैभव सूर्यवंशी अब सचिन का यह रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं. इस सवाल का जवाब हां या ना में देना मुश्किल है, लेकिन हां इस बात की पूरी संभावना है कि वे सचिन का रिकॉर्ड तोड़ दें. अभी वैभव 14 साल 34 दिन के हैं. उनके पास सचिन का रिकॉर्ड तोड़ने के लिए डेढ़ साल से ज्यादा वक्त है.
दो वजह से टूट सकता है सचिन का रिकॉर्ड
वैभव सूर्यवंशी द्वारा सचिन का रिकॉर्ड तोड़े जाने की संभावना दो वजह से है. पहला उन्होंने जो टैलेंट दिखाया है, वह सचिन तेंदुलकर के जैसा ही है. सचिन ने भी 14 साल की उम्र में पूरे देश में अपना नाम बना लिया था. वैभव तो एक कदम आगे बढ़ गए हैं. उन्होंने अपना नाम देश-विदेश में पहुंचा दिया है. आज भारत ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के भी वैभव सूर्यवंशी नाम छाया हुआ है.
युवाओं को जल्दी मौके देता है भारत
दूसरी वजह, भारतीय क्रिकेट टीम में आया बदलाव है, जो युवाओं को आसानी से मौके देने लगी है. भारत पिछले 4-5 साल से अक्सर एक साथ दो सीरीज खेल रहा होता है. एक टीम विराट कोहली-रोहित शर्मा जैसे सीनियर्स की होती है जो किसी मजबूत टीम से टेस्ट सीरीज खेल रही होती है. उसी समय जूनियर खिलाड़ियों की टीम तुलनात्मक रूप से कमजोर टीम से टी20 या वनडे सीरीज खेल रही होती है. हमने पिछले सालों में देखा है कि जब जिम्बाब्वे, बांग्लादेश या श्रीलंका से टी20 सीरीज हुई तो उसमें युवाओं की होती है. अभिषेक शर्मा जैसे युवाओं को ऐसी ही सीरीज में मौके मिले थे और अब वे भारत का भविष्य माने जा रहे हैं.
2026 में होगा टी20 वर्ल्ड कप
अगला टी20 वर्ल्ड कप अगले साल फरवरी-मार्च में होना है. विराट-रोहित, रवींद्र जडेजा जैसे सीनियर इस फॉर्मेट से संन्यास ले चुके हैं. भारत अब अगले वर्ल्ड कप में कई नए खिलाड़ियों के साथ उतरेगा. जाहिर है इससे पहले नए खिलाड़ियों को मौके मिलेंगे. वैभव सूर्यवंशी को इस अकेले शतक के दम पर तो टीम इंडिया में मौका नहीं मिलने वाला. लेकिन अगर बिहार का लाडला राजस्थान रॉयल्स के लिए अगले मैचों में भी ऐसा ही प्रदर्शन करता है तो चयनकर्ताओं पर उसे मौका देने का दबाव बनेगा. भारत को आईपीएल के बाद इंग्लैंड से टेस्ट सीरीज खेलनी है. इस सीरीज में तो वैभव को खेलने की उम्मीद नहीं है. लेकिन एक बार जब टी20 मैचों की सीरीज होगी तो संभव है कि वैभव सूर्यवंशी का नाम टीम इंडिया में दिखे.
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