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एक शख्स ऐसे हुए जिन्होंने बतौर एक्टर और बतौर डायरेक्टर दोनों रूपों में खास छाप छोड़ी. वैसे तो वह धर्म से मुस्लिम थे लेकिन लोग उन्हें हनुमान भक्त कहते थे. आज के समय में वह 22 साल से एक्टिंग से दूर हैं लेकिन इसके बावजूद वह अकूत संपत्ति के मालिक हैं. अब आप सोच रहे होंगे भला कैसे? तो चलिए इस कलाकार से मिलवाते हैं.
ये कोई और नहीं बल्कि संजय खान हैं. जिन्होंने इंडस्ट्री में खूब काम किया. उन्होंने बतौर डायरेक्टर भी खूब फेम हासिल किया. साल 1990 में उन्होंने इंडिया का पहला ऐतिहासिक मेगा सीरियल बनाया जिसका नाम था टीपू सुल्तान. उनकी आखिरी फिल्म साल 1986 में आई थी काला धंधा गोरे लोग. जिसमें उन्होंने बतौर एक्टर काम किया था. वहीं टीवी पर आखिरी बार वह साल 2003 में Maharathi Karna था जिसे उन्होंने डायरेक्ट किया था.
एक्टर भी हिट डायरेक्टर भी हिट

फिल्म ‘अब्दुल्ला’ साल 1980 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म में दोनों ने साथ काम किया था.
संजय खान का जन्म कर्नाटक में 3 जनवरी 1941 में हुआ. वह मुस्लिम परिवार में सादिक अली खान और मां बीबी फातिमा बेगम के घर हुआ. उनके पांच भाई और 2 बहनें हुए. उनके बड़े भाई फिरोज खान हैं जिन्होंने इंडस्ट्री में सक्सेसफुल करियर जीया. खुद संजय खान ने 1964 में दोस्ती फिल्म से डेब्यू किया जिसमें वह सपोर्टिंग रोल में नजर आए. उसी साल उन्हें हकीकत मिल गई और फिर आगे चलकर संजय खान ने दस लाख, एक फूल दो माली, इंतकाम, ढूंढ और कई फिल्मों में काम किया.
संजय खान का करियर
संजय खान ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने बतौर प्रोड्यूसर भी काम किया और डायरेक्टर भी. हर फील्ड में वह कमाल साबित हुए. संजय खान ने काला धंधा गोरे लोग, अब्दुला, चांदी सोना जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया. फिर उन्होंने अपने प्रोजेक्ट को प्रोड्यूस करना भी शुरू किया. उनके पॉपुलर शो की बात करें तो उन्होंने द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान, जय हनुमान, जय महाभारत, 1857 क्रांति और कई शोज बनाए. इनको एक्टर ने डायरेक्ट भी किया और प्रोड्यूस भी. टीपू सुल्तान में तो लीड रोल भी प्ले किया था.
कभी करते थे चावल का बिजनेस
साल 2003 में उन्होंने आखिरी शो महारथी कर्ण बनाया. इसके बाद वह इंडस्ट्री से दूर हो गए. आज के समय में वह सफल बिजनेसमैन हैं. वैसे वह आते भी बिजनेसमैन फैमिली से ही हैं. उन्होंने अपना बिजनेस 80 के दशक में शुरू किया. तब ये उनका साइड बिजनेस हुआ करता था. वह मध्य पूर्वी देशों से चावल एक्सपोर्ट करते थे.
संजय खान का बिजनेस
साल 1997 तक आते आते, उन्होंने अपना ड्रीम प्रोजेक्ट लॉन्च किया. ये था डीलक्स रिसॉर्ट, द गोल्डन पाम्स स्पा एंड रिसॉर्ट्स, जिसे उन्होंने बैंगलोर में लॉन्च किया.इसका डिजाइन उनकी पहली पत्नी जरीन कत्रक ने किया था. इस बिजनेस के बाद वह रियल एस्टेट में भी इन्वेस्ट करने लगे. उनकी फर्म क नाम Esskay Properties है. आगरा में सेवन सिटीज थीम पार्क बनाने के लिए भी बड़े बजट की परियोजना की प्लानिंग थी, लेकिन कुछ विवादों के कारण 10,000 करोड़ रुपये की बजट योजना नहीं बन पाई.
संजय खान की नेटवर्थ
bollywoodshaadis के मुताबिक, संजय खान ने अपना 5-स्टार डीलक्स रिजॉर्ट निंबस ग्रुप को 120 करोड़ रुपये में बेज दिया. अब तमाम मीडिया रिपोर्ट्स में दाव ाकिया जाता है कि एक्टर की 417 करोड़ की प्रॉपर्टी है. उनका जुहू में अपना बंगला है.जो 17 एकड़ में फैला हुआ है.
संजय खान की शादी और तलाक
पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने पहली शादी साल 1966 में जरीन खान संग की तब जरीन खान की उम्र सिर्फ 20 साल थी. कपल की तीन बेटियां फराह खान अली, सिमोन अरोड़ा और सुजैन खान (ऋतिक रोशन की एक्स पत्नी) और एक बेटा जायेद खान हुए. वहीं संजय खान का अफेयर जीनत अमान संग भी रहा था. दोनों की पहली मुलाकात अब्दुल्लाह फिल्म के दौरान हुई थी. फिर दोनों ने साल 1978 में गुपचुप शादी कर ली लेकिन साल 1979 में ये रिश्ता टूट भी गया.
कैसे बन गए हनुमान भक्त
संजय खान को लेकर एक बात ये भी कही जाती है कि वह मुस्लिम परिवार से आने के बावजूद वह हनुमान भक्त हैं. ये तब हुआ जब उनकी जिंदगी में बड़ी घटना हुई थी. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, एक बार द स्वॉर्ड ऑफ टीपू सुल्तान के सेट पर आग लगने की त्रासदी के बाद संजय को 13 महीने तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था. तब एक हनुमान मंदिर के पुजारी ने उनके लिए पूजा रखी और मन्नत मांगी कि एक्टर जल्द ठीक हो जाए. इसके बाद वह जल्द स्वस्थ भी हुए और हनुमान भक्त बन गए.
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