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Patal Garudi Plant Benefits: पातालगरुड़ी को औषधीय पौधा माना जाता है. आयुर्वेद में इस पौधे को शराब और भांग का नशा छुड़ाने में कारगर माना जाता है. इसमें पाए जाने वाले तत्व नेचुरल तरीके से नशे की लत को कम कर देते …और पढ़ें

आयुर्वेद ने इस पौधे को माना है वरदान
हाइलाइट्स
- पातालगरुड़ी पौधा शराब और भांग की लत छुड़ाने में मददगार है.
- इसमें रेसर्पिन जैसे यौगिक तनाव और चिंता कम कर सकते हैं.
- डॉक्टर की सलाह के बिना पातालगरुड़ी का सेवन बिल्कुल न करें.
Patal Garudi Plant Ke Fayde: शराब, भांग या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करना खतरनाक होता है. ये चीजें इंसान को लत लगवा देती हैं और लोग चाहकर भी इन नशों से खुद को दूर नहीं रख पाते हैं. नशा छुड़वाने के लिए कई दवाओं का सहारा लिया जाता है, लेकिन उसका बहुत अच्छा रिजल्ट नहीं आता है. हालांकि कई आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां नशे की लत को छुड़ाने में असरदार साबित हो सकती हैं. शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन सिर्फ आपके शरीर के लिए ही नहीं, बल्कि आपके पूरे परिवार के लिए घातक हो सकता है. आयुर्वेद में एक ऐसी औषधि का भी वर्णन है जो इस लत को सहजता से दूर कर सकती है.
आयुर्वेद में ‘पातालगरुड़ी’ नामक पौधे को नशे की लत छुड़ाने में बेहद कारगर माना गया है. इस पौधे को जलजमनी, छिरहटा जैसे नामों से भी जाना जाता है. इस पौधे का उपयोग आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिलाने के लिए किया जाता है. यह औषधीय पौधा खासतौर पर उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद है जो शराब और भांग का नशा करते हैं. शराब-भांग का नशा करने वाले लोगों में एक चीज काफी सामान्य होती है कि वे काफी तनाव महसूस करते हैं.
‘पातालगरुड़ी’ से तनाव और चिंता दूर होती है, क्योंकि इसमें रेसर्पिन जैसे सक्रिय यौगिक होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करते हैं. शराब और भांग की लत अक्सर मानसिक तनाव या चिंता से जुड़ी होती है और पातालगरुड़ी का उपयोग तनाव को कम करके लत को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है. यह मस्तिष्क में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे न्यूरोट्रांसमीटर को संतुलित करता है, जो नशे की इच्छा को कम कर सकता है.
शराब और भांग का नशा करने वाले लोगों में अनिद्रा की समस्या होती है. लेकिन, ‘पातालगरुड़ी’ का इस्तेमाल करने से नींद भी भरपूर मिलती है. वो इसलिए क्योंकि इसमें सेडेटिव (शांतिदायक) गुण होते हैं, जो नींद को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिससे नशे की लालसा कम हो सकती है. इसके लगातार इस्तेमाल से शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ (टॉक्सिन्स) बाहर निकलते हैं. यह लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है, जो शराब के अत्यधिक सेवन से क्षतिग्रस्त हो सकता है.
इसके अलावा मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और नशे की लत से जुड़े मनोवैज्ञानिक लक्षणों जैसे चिड़चिड़ापन और बेचैनी को कम करने में इसका उपयोग किया जा सकता है. इस औषधीय पौधे के बारे में आपने जान लिया. हालांकि इस पौधे का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के बिना इसका इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए. ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से कई तरह के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं. डॉक्टर की सलाह के बिना इस्तेमाल न करें.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें
अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें
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