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भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खानपान और तनाव से हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ रहा है. सीने में दर्द, थकान, चक्कर आना, पसीना आना आदि लक्षणों को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें.

हाइलाइट्स
- सीने में दर्द, थकान, चक्कर आना हार्ट प्रॉब्लम के संकेत हो सकते हैं.
- लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें और जांच करवाएं.
- हार्ट डिजीज का खतरा भागदौड़, गलत खानपान और तनाव से बढ़ता है.
हमारा दिल हमारे शरीर का सबसे अहम अंग है, जो दिन-रात बिना रुके काम करता है. लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी, गलत खानपान, तनाव और कम एक्सरसाइज की वजह से हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. हैरानी की बात ये है कि कई बार दिल की बीमारी बिना किसी स्पष्ट लक्षण के शुरू हो जाती है और जब तक हमें पता चलता है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. इसलिए शरीर में कुछ ऐसे संकेत होते हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि ये आने वाले हार्ट प्रॉब्लम का इशारा कर सकते हैं.
Medical Today की रिपोर्ट के अनुसार, अगर आपको अक्सर सीने में भारीपन, जलन या दर्द महसूस होता है, तो यह हार्ट से जुड़ी किसी समस्या का संकेत हो सकता है. खासकर अगर यह दर्द बाईं ओर होता है और हाथों या जबड़े तक फैलता है तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. यह हार्ट अटैक का शुरुआती लक्षण हो सकता है. कुछ लोग इसे गैस या एसिडिटी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, जो आगे चलकर खतरनाक हो सकता है. दूसरा महत्वपूर्ण संकेत है थकान. अगर बिना किसी भारी काम के भी थकान महसूस होती है या पहले जितना चलने या चढ़ाई करने पर सांस फूलने लगती है, तो यह हार्ट की कमजोरी का इशारा हो सकता है. महिलाओं में हार्ट डिजीज के लक्षण पुरुषों से थोड़े अलग होते हैं, इसलिए उन्हें थकान, नींद की कमी या कमजोरी को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
अचानक चक्कर आना, सिर घूमना या बेहोशी जैसा महसूस होना भी दिल की धड़कन में अनियमितता या ब्लड प्रेशर में गिरावट का संकेत हो सकता है. ऐसे में तुरंत डॉक्टर से जांच कराएं. इसके अलावा, लगातार पसीना आना, खासकर जब मौसम ठंडा हो या आप कोई मेहनत वाला काम न कर रहे हों, तो यह भी हार्ट प्रॉब्लम का लक्षण हो सकता है. पैरों या टखनों में सूजन, लगातार खांसी या सांस लेने में परेशानी होना भी हार्ट फेलियर के लक्षण हो सकते हैं. कई बार यह लक्षण फेफड़ों की बीमारी जैसे लग सकते हैं, लेकिन हकीकत में दिल की कमजोरी के कारण फेफड़ों पर असर पड़ता है.
अगर आपके परिवार में किसी को पहले हार्ट अटैक या हार्ट डिजीज रही हो, तो आपको और भी ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है. समय-समय पर ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और शुगर की जांच करवाते रहें. अगर शरीर में ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई भी दिखाई दे रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें. जल्दी से जल्दी डॉक्टर से संपर्क करें और सही समय पर जांच और इलाज करवाएं. दिल की बीमारी अगर समय रहते पकड़ ली जाए, तो इलाज संभव है और जिंदगी बचाई जा सकती है.
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 2 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18…और पढ़ें
विविधा सिंह न्यूज18 हिंदी (NEWS18) में पत्रकार हैं. इन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में बैचलर और मास्टर्स की डिग्री हासिल की है. पत्रकारिता के क्षेत्र में ये 2 वर्षों से काम कर रही हैं. फिलहाल न्यूज18… और पढ़ें
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