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नई दिल्ली. दुनिया तेजी से बदल रही है और इन बदलावों के साथ नए-नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं. ऐसे में पैसा बनाने के लिए ट्रेडिशनल विकल्पों को छोड़कर नए और आने वाले समय में उभरने वाले क्षेत्रों में निवेश करना फायदे का सौदा रहेगा. ऐसे में क्या आप जानते हैं कि आने वाले समय में कौन से क्षेत्रों में पैसा लगाने से आपकी जेब भारी हो सकती है? डेनमार्क की एक वेबसाइट Dagens.com ने एक नई रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें नए सेक्टरों की संभावनाओं पर बात की गई है.
कहा गया है कि जैसे-जैसे एआई तकनीक विकसित होती जा रही है, यह आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण संभावनाओं के साथ एक प्रमुख निवेश विकल्प के रूप में उभर रही है. हालांकि, एआई कई क्षेत्रों में से एक है, जिसका नाम कैपिटल ग्रुप के विश्लेषकों ने “2024 प्राइवेट पेंशन बैरोमीटर” रिपोर्ट में लिया है. कोलंबिया थ्रेडनीडल और कैपिटल ग्रुप के साथ मिलकर तैयार की गई इस रिपोर्ट में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, हेल्थकेयर सर्विसेज, ग्लोबल ट्रेड शिफ्ट और कृषि में उन्नति को भविष्य के निवेश विकल्पों के तौर पर शामिल किया गया है.
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का जादू
आपने चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट्स के बारे में जरूर सुना होगा. ये सब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) की ही देन हैं. लेकिन इसकी कहानी यहीं खत्म नहीं होती. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में AI हर क्षेत्र में अपना जादू बिखेरेगी. चाहे वो मैन्युफैक्चरिंग हो या हेल्थकेयर, AI हर जगह अपनी छाप छोड़ेगी. उदाहरण के लिए अमेज़न जैसी बड़ी कंपनियां AI से चलने वाले रोबोट बना रही हैं, जो काम को बहुत तेज़ और आसान बना देते हैं. यह बात अलग है कि एआई के चलते नौकरियों पर भी बड़ा संकट होगा.
भारत में एआई पर काम कर रहीं 5 टॉप कंपनियों की बात करें तो इनमें टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys), एचसीएल टेक (HCL Technologies), टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) और टाटा एलेक्सी (Tata Elxsi) का नाम आता है. हालांकि इसके अलावा भी कई टेक कंपनियां इस फील्ड में हैं.
हेल्थकेयर सर्विसेज में नई उम्मीदें
हेल्थकेयर सर्विसेज का क्षेत्र भी तेजी से बदल रहा है. एक नई तकनीक है सेल थेरेपी, जिसमें शरीर के बाहर कोशिकाओं को बदला जाता है और फिर उन्हें बीमारी ठीक करने के लिए शरीर में वापस डाला जाता है. इसके अलावा, जीन-साइलेंसिंग जैसी तकनीकों पर भी खूब काम हो रहा है, जिससे कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारियों का इलाज आसान हो सकता है. बड़ी-बड़ी दवा कंपनियां इस दिशा में खूब पैसा लगा रही हैं. ऐसे में उन कंपनियों में निवेश करना लम्बे समय के लिए बेहतर रह सकता है.
ग्लोबल ट्रेड में नया रुख
कोरोना काल के बाद से दुनियाभर में सामानों की सप्लाई चेन में बड़ा बदलाव आया है. अब कंपनियां चीन से दूर जाकर दूसरे देशों में सामान बनाने लगी हैं. दक्षिण-पूर्व एशिया और लैटिन अमेरिका के देशों को इससे फायदा हो रहा है. मेक्सिको तो इस मामले में सबसे आगे है. सस्ती लेबर और अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से बड़ी-बड़ी कंपनियां मेक्सिको में अपना सामान बनवाना शुरू कर रही हैं. चीन से कुछ कंपनियों ने सस्ती लेबर और अच्छे इंफ्रास्ट्रक्चर की वजह से भारत में भी निवेश करना शुरू किया है. तो वैश्विक स्तर पर ऐसी इकॉनमी में पैसा लगाना बेहतर होगा, जहां भविष्य नजर आता है.
कृषि में तकनीकी क्रांति
कृषि भी अब पुरानी नहीं रही. नई-नई तकनीकों की मदद से किसान ज्यादा से ज्यादा पैदावार ले रहे हैं. प्रेसिजन एग्रीकल्चर नाम की एक तकनीक है, जिसमें खेतों में सेंसर लगाकर फसलों की हर जरूरत का पता लगाया जाता है. इससे फसल की पैदावार 30% तक बढ़ सकती है. इसके अलावा, नए तरह के बीज विकसित करने, मांस के विकल्प खोजने जैसी चीजों पर भी काम चल रहा है. Bayer जैसी कंपनियां इस क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रही हैं.
(Disclaimer: यह खबर केवल जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशिक की गई है. यदि आप इनमें से किसी भी शेयर में पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह के लाभ या हानि के लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
Tags: Investment tips, Share market, Stock market, Stock tips
FIRST PUBLISHED : August 18, 2024, 19:59 IST
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