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श्रीदेवी ने ‘रानी मेरा नाम’, ‘जूली’ और ‘सोलवा सावन’ जैसी छिटपुट फिल्मों में काम करने के बाद एक्टिंग की दुनिया में अपनी जगह पक्की कर ली थी. रही सही टॉप एक्ट्रेस बनने की कसर उनकी साल 1983 में आई जीतेंद्र के साथ फ…और पढ़ें

श्रीदेवी को घर बैठे मिला ऑफर, ऋषि कपूर-विनोद खन्ना के लिए बनी संजीवनी बूटी, डायरेक्टर का तो डूबने से बचा था करियर

फिल्म में किए गए थे कई बदलाव

नई दिल्ली. हिंदी सिनेमा में श्रीदेवी का अपना एक अलग ही जलवा था.वह जिस फिल्म में होती थी, वह हिट हो जाती थी.साल 1989 में तो वह एक ऐसी फिल्म में नजर आई थीं,जिनमें उन्होंने न सिर्फ काम किया था, बल्कि डायरेक्टर का डूबता करियर भी बचा लिया था.इस फिल्म में ऋषि कपूर, विनोद खन्ना भी लीड रोल में नजर आए थे. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था.

ऋषि कपूर, श्रीदेवी और विनोद खन्ना की उस फिल्म का नाम है ‘चांदनी’. साल 1989 में जब इस फिल्म ने सिनेमाघरों में दस्तक दी तो लोग इस लव स्टोरी के दीवाने हो गए थे. फिल्म ने कमाई के मामले में तो सफलता के झंडे गाड़ दिए थे. यश चोपड़ा ने अपनी इस फिल्म से एक ऐसा एक्सपेरिमेंट किया था,जिस पर सभी को शक था, फिर चाहे वो डिस्ट्रीब्यूटर्स ही क्यों न हो. फिल्म का ट्राएंगल भी लोगों को काफी पसंद आया था. ये उस दौर की ब्लॉकबस्टर फिल्मों में से एक थी.

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श्रीदेवी को घर बैठे मिला था ऑफर

फिल्म ‘चांदनी’ बनाने वाले डायरेक्टर यश चोपड़ा और फिल्म के तीनों लीड स्टार विनोद खन्ना, श्रीदेवी और ऋषि कपूर आज हमारे बीच नहीं हैं. लेकिन, इन चारों के नामों का जब भी जिक्र आता है, तो इस फिल्म को जरूर याद किया जाता है. यश चोपड़ा चाहते तो फिल्म ‘चांदनी’ के लिए श्रीदेवी को अपने ऑफिस भी बात करने के लिए मुंबई बुला सकते थे. लेकिन उन्होंने अपना बड़प्पन दिखाते हुए ऐसा नहीं किया, वह खुद चेन्नई गए श्रीदेवी को ये फिल्म उनके घर पर ही जाकर ऑफर की थी. फिल्म में श्रीदेवी ने ज्यादातर शिफॉन की साड़ियां और सफेद सलवार कुर्ते ही पहने हैं. चांदनी के रोल में वह हमेशा चांदनी बिखेरती ही नजर आई थीं.

फिल्म के लव ट्रायंगल ने जीत लिया था दिल

बदल दी गई थी पूरी कहानी

यश चोपड़ा एक्शन के दौर में चादंनी जैसी लव ट्रायंगल जैसी फिल्म लेकर आए थे, तो ये एक बड़ा एक्सेपेरिमेंट था. फिल्म की कहानी कामना चंद्रा ने लिखी थी. फिल्म में पहले ऋषि कपूर यानी रोहित का किरदार चांदनी से शादी करने और एक बच्चे का बाप बनने के बाद अपाहिज होता है, फिल्म के क्लाइमेक्स में दोनों का बेटा चांदनी की दूसरी शादी में गुलदस्ता लेकर आता है. लेकिन यश चोपड़ा का दिमाग घूमा और उन्होंने फिल्म की पूरी कहानी बदल दी और रोहित और चांदनी की प्रेम कहानी को सगाई के बाद ही ब्रेक कर दिया. बंबई में ललित और चांदनी को मिलाकर फिल्म में लव ट्रायंगल जोड़ दिया गया.

ऋषि कपूर-विनोद खन्ना के लिए बनी संजीवनी बूटी

इस फिल्म से पहले ऋषि कपूर तकरीबन कई फ्लॉप फिल्में दे चुकी थी. लेकिन चादंनी के बाद तो उनकी किस्मत ऐसी चमकी कि उनका खोया हुआ स्टारडम उन्हें वापस मिल गया था. इतना ही नहीं एक्शन हीरो के इमेज के लिए पहचाने जाने वाले विनोद खन्ना को रोमांटिक रोल देकर उन्हें एक नई पहचान मिली थी. इस लिहाज से विनोद खन्ना और ऋषि कपूर के लिए ये फिल्म संजीवनी बूटी साबित हुई थी. यश चोपडा का डगमगाता करियर भी इस फिल्म के बाद सही दिशा पर आ गया था.

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श्रीदेवी को घर बैठे मिला ऑफर, ऋषि कपूर-विनोद खन्ना के लिए बनी संजीवनी बूटी

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