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दिवंगत अभिनेत्री श्री विद्या का जन्म 24 जुलाई 1953 को हुआ था. उन्होंने तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में काम किया. 2003 में कैंसर से जूझते हुए, उन्होंने अपनी संपत्ति गरीब छात्रों को दान कर दी. 2006 में उनका निधन हुआ.

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साउथ की एक खूबसूरत एक्ट्रेस हुईं. जिन्हें देखकर आपको श्रीदेवी के चेहरे की भी याद आ जाएगी. अब दोनों ही इस दुनिया में नहीं हैं. मगर उस एक्ट्रेस ने श्रीदेवी की तरह खूब नाम कमाया. मगर अंत में एक बीमारी ने जकड़ लिया और अपनी वह सारी संपत्ति दान कर गईं.

वह दिवंगत अभिनेत्री श्री विद्या हैं. 24 जुलाई को उनका जन्मदिन होता है. ऐसे में उनके फैंस उन्हें याद कर रहे हैं. श्री विद्या का जन्म 1953 में हुआ था. विद्या के पिता भी फेमस हस्ती थी. दरअसल वह कॉमेडियन कृष्णमूर्ति और कर्नाटक सिंगर एम.एल. वसंत कुमारी की बेटी हैं.

श्री विद्या के जन्म के एक साल बाद, उनके पिता कृष्णमूर्ति एक दुर्घटना के कारण बीमार पड़ गए. घर का मुखिया जब बिस्तर में पड़ जाता है तो पूरे परिवार का हाल खराब हो जाता है. ऐसा ही श्रीविद्या के परिवार के साथ भी हुआ. देखते ही देखते घर में आर्थिक तंगी होने लगी. ऐसे में एक्ट्रेस की मां ने घर को संभाला. कामकाज किया और फिर 14 साल की उम्र में खुद विद्या भी फिल्म इंडस्ट्री में आ गईं.

श्रीविद्या ने ने थिलागम शिवाजी गणेशन की फिल्म ‘थिरुवरुचेलवन’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. फिर वह फिल्म ‘पेट्टाराशी पेट्टाम्मा’ में नजर आईं. विद्या देखने में बहुत खूबसूरत और टेलेंट थीं ऐसे में उन्हें लगातार फिल्मों में काम मिलता गया और वह कामकाज करती गईं.

तमिल सिनेमा के बेमिसाल निर्देशक के. बालचंदर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ में श्रीविद्या ने रजनीकांत और कमल हासन के साथ अभिनय किया. इस फिल्म का तेलुगु में रीमेक बनाया गया. श्रीविद्या ने तमिल और तेलुगु दोनों भाषाओं में नायिका के रूप में अभिनय किया.

श्रीविद्या की जोड़ी कमल हासन के साथ कई फिल्मों में देखने को मिलती है. पर्दे पर दोनों ने कई बार रोमांस किया. कहते हैं कि असल जिंदगी में भी दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे. कमल एक इंटरव्यू में इस बात का जिक्र बड़ी खूबसूरती से करते थे. कमल कहते थे, “श्रीविद्या मेरी दोस्त हैं. मेरी गर्लफ्रेंड हैं. इसमें कोई बदलाव नहीं आया है. इस प्यार का शादी में तब्दील होना कोई जरूरी नहीं है.”

श्रीविद्या ने 1978 में मलयालम निर्देशक जॉर्ज थॉमस से शादी की. शादी के बाद पति के लिए उन्होंने अपना सुपरहिट करियर कुर्बान कर दिया. कहते थे कि उनके पति की इच्छा थी कि वह संन्यास ले लें. बस फिर किया विद्या ने ऐसा ही किया. मगर इतना करने के बाद भी इस शादी में खटपट होने लगी. फिर क्या आर्थिक तंगी के चलते श्रीविद्या ने फिल्मी दुनिया में दोबारा कदम रखा. लेकिन श्रीविद्या की शादी में दरार आ गई और 1980 में दोनों का तलाक हो गया.

श्रीविद्या ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी दूसरी पारी शुरू की और तमिल, तेलुगु और मलयालम भाषा की फिल्मों में खूब काम किया. एक से बढ़कर एक रोल निभाए. सबकुछ ठीक चल ही रहा था कि साल 2003 में श्रीविद्या बीमार पड़ गईं. उन्हें पता चला कि कैंसर ने उन्हें बुरी तरह जकड़ लिया है. उनकी खुद की कोई औलाद नहीं थी.

श्रीविद्या ने जिंदगी के इस कठिन वक्त में एक मजबूत फैसला लिया. उन्होंने अपनी जिंदगी भर की कमाई को संगीत और डांस महाविद्यालयों में पढ़ने वाले गरीब और जरूरतमंद छात्रों को स्कॉलरशिप के रूप में दान करने का फैसला लिया. एक्टर गणेश की मदद से, श्रीविद्या ने एक फ़ाउंडेशन की स्थापना की और ज़रूरतमंदों तक मदद पहुंचाने का तय किया. तीन साल तक कैंसर से जूझने वाली विद्या ने 2006 में 53 साल की उम्र में निधन हो गया.

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