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Suchitra Sen Life Story: हिंदी सिनेमा की वो जानी मानी एक्ट्रेस जिन्होंने साल 1955 में दिलीप कुमार की फिल्म ‘देवदास’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था. धर्मेंद्र भी उनकी एक्टिंग और खूबसूरती पर फिदा थे. लेकिन करियर …और पढ़ें

ये एक्ट्रेस हर रोल में जान फूंक देती थीं
हाइलाइट्स
- सुचित्रा सेन ने 1955 में ‘देवदास’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा.
- संजीव कुमार के साथ ‘आंधी’ में काम किया, जो विवादित रही.
- राज कपूर का ऑफर ठुकराया, मीना कुमारी की वजह से स्टार बनीं.
नई दिल्ली. हिंदी और बंगाली फिल्मों में अपना दमखम दिखा चुकीं जानी मानी एक्ट्रेस सुचित्रा से ने एक फिल्म फ्लॉप होते ही एक्टिंग से दूरी बना ली थी. 50 के दशक में अपने एक्टिंग टैलेंट के दम पर उन्होंने इंडस्ट्री में धाक जमा रखी थी. लेकिन अपने करियर में कई हिट और सुपरहिट देने वाली ये एक्ट्रेस मीना कुमारी की वजह से इंडस्ट्री में अपनी जगह बना पाई थी. करियर के पीक पर एक्ट्रेस ने एक्टिंग को अलविदा कह दिया था.
सुचित्रा सेन ने 1952 में फिल्म ‘शेष कोठाय’ से अपने अभिनय की शुरुआत की, हालांकि यह फिल्म रिलीज ही नहीं हो पाई थी. अपने करियर में उन्होंने , ‘अग्निपरीक्षा’ (1954), ‘सप्तपदी’ (1961), ‘दीप ज्वेले जाई’ (1959), ‘उत्तर फाल्गुनी’ (1963), और हिंदी फिल्म ‘आंधी’ (1975) जैसी फिल्मों में ऐसे किरदार निभाए जिन्हें शायद ही लोग कभी भुला पाएंगे. उन्हें 1972 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया, और 2012 में बंगाल सरकार द्वारा ‘बंगा विभूषण’ से नवाजा गया.
जब बनी थी संजीव कुमार की हीरोइन
संजीव कुमार के साथ सुचित्रा सेन ने फिल्म ‘आंधी’काम किया था. गुलजार के निर्देशन में बनी इस फिल्म पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और उनकी पार्टी की इमेज खराब करने का आरोप लगा था. फिल्म को लेकर अफवाहें थीं कि यह इंदिरा गांधी और उनके पूर्व पति के साथ रिश्ते पर बनी है. लेकिन सिर्फ फिल्म में एक्ट्रेस के किरदार का लुक इंदिरा गांधी से प्रेरित है. उस दौरान चुनाव-प्रचार के दौरान कुछ राजनेताओं ने आरती देवी के स्मोकिंग और ड्रिकिंग के कुछ सीन दिखाकर पूर्व-पीएम की इमेज खराब करने की कोशिश भी की थी.

दिलीप कुमार की ब्लॉकबस्टर में आ चुकी नजर
रिजेक्ट कर दिया था राज कपूर का ऑफर
राज कपूर एक ऐसे निर्देशक थे, जिनके साथ काम करने का एक्ट्रेसेस का सपना हुआ करता था. लेकिन उस दौर में सुचित्रा सेन को राज कपूर संग एक फिल्म में काम करने के लिए अप्रोच किया गया था.रिपोर्ट्स की मानें तो एक्ट्रेस ने ये ऑफर सिर्फ इसलिए ठुकरा दिया था क्योंकि उन्हें राज साहब का झुककर फूल देना पसंद नहीं आयाा था. बावजूद इसके उन्होंने अपने करियर में हर तरह के रोल निभाए और इंडस्ट्री में खूब नाम कमाया.
बता दें कि बंगाली फिल्मों में नाम कमान के बाद सुचित्रा ने साल 1955 में बिमल रॉय के निर्देशन में बनी फिल्म ‘देवदास’ में भी काम किया था. फिल्म में उन्होंने पारो का किरदार निभाकर इतिहास रच दिया था. इस फिल्म के बाद वह रातोंरात स्टार बन गई थीं. बहुत कम लोग जानते हैं कि इस फिल्म के लिए पहली पसंद मीना कुमारी थीं. लेकिन पति से इजाजत न मिलने की वजह से फिल्म उनके हाथ से चली गई और सुचित्रा को ये फिल्म मिल गई. सुचित्रा सेन ने अपने एक्टिंग टैलेंट और एक्सप्रेशन से इस रोल में जान डाल दी थी.
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