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Premanand Maharaj controversy: मथुरा-वृंदावन के फेमस संत प्रेमानंद महाराज ने अचानक रात में निकलने वाली अपनी पद यात्रा का रूट, समय और तरीका बदल दिया है. आखिर ऐसा क्या हुआ कि महाराज को अपनी पदयात्रा के समय और तरी…और पढ़ें

संत प्रेमानंद महाराज के अब कहां होंगे दर्शन? जाने से पहले जान लें स्थान, बदल गया रास्ता और टाइमिंग

प्रेमानंद महाराज.

हाइलाइट्स

  • प्रेमानंद महाराज ने रात 2 बजे की पदयात्रा स्थगित की.
  • पदयात्रा स्थगित होने से वृंदावन में श्रद्धालुओं की संख्या घटी.

मथुरा: प्रेमानंद महाराज को कौन नहीं जानता देश से लेकर विदेश तक के लोग वृंदावन के फेमस संत से मिलने पहुंचते हैं, जहां दूर-दूर से लोग प्रेमानंद महाराज की तारीफ करते नहीं थकते हैं. उनकी वृंदावन में निकलने वाली पदयात्रा काफी प्रसिद्ध है. इस दौरान हजारों श्रद्धालु उनके दर्शन करने आते हैं. हालांकि, अब वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज ने रात में निकलने वाली अपनी पद यात्रा का रूट, समय और तरीका बदल दिया है. प्रेमानंद महाराज अपनी कार से केलि कुंज आश्रम पहुंचे. पहले रात करीब 2 बजे निकलते थे अब तड़के 4 बजे निकलते हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ कि प्रेमानंद महाराज को अपनी पदयात्रा के समय और तरीके में बदलाव करना पड़ा. आइए जानते हैं पूरा मामला…

क्यों हो रहा था विरोध?
बता दें कि छटीकरा रोड स्थित श्रीकृष्ण शरणम स्थित आवास से प्रेमानंद महाराज रात में 2 बजे श्रीराधा केलिकुंज आश्रम तक पद यात्रा करते हैं. जिस रास्ते से होकर प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा गुजरती है, वहां बड़ी संख्या में उनके अनुयायी दर्शन के लिए आते हैं. पदयात्रा के समय उत्साही भक्त कई तरह के बैंड बाजे, आतिशबाजी और लाउडस्पीकर पर भजन चलाते हैं. ऐसे में आसपास रहने वाले सैकड़ों लोगों ने रात के समय होने वाले इस शोरगुल से परेशान होकर सोमवार को अपना विरोध जताया.

इनमें एनआरआई ग्रीन सोसाइटी के लोग खासतौर पर शामिल थे. सोसाइटी के लोगों का कहना था कि इस शोर-शराबे के कारण उनके रोजमर्रा जीवन पर बुरा असर पड़ रहा है. खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों की सेहत पर इसका प्रभाव पड़ रहा है. रात को ठीक से सो पाने में भी दिक्कत होती है कि क्योंकि 2 बजे शुरू होने वाली इस पदयात्रा के लिए रात को 11 बजे से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं. इसके अलावा लोगों ने बताया कि पदयात्रा के समय रास्ते बंद होने से आवाजाही में परेशानी होती है.

स्वास्थ्य का हवाला देकर की पदयात्रा स्थगित
अब संत ने भीड़ अधिक होने और अपने स्वास्थ्य का हवाला देकर संत ने पदयात्रा स्थगित कर दी है. प्रेमानंद की पदयात्रा के स्थगित होने का असर भी देखा गया. वृंदावन में श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले दो दिन में काफी कमी आई है. संत प्रेमानंद ने दो दिन पहले छटीकरा मार्ग स्थित श्रीकृष्णशरणम स्थित आवास से रात दो बजे शुरू होने वाली पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी थी. इसे लेकर संत के अनुयायियों में मायूसी छाई है. रात में उनकी पदयात्रा के दौरान दर्शन के लिए 10 से 12 हजार श्रद्धालु रहते थे, सुबह वह मंदिरों में दर्शन को जाते थे, लेकिन अब पदयात्रा में श्रद्धालु नहीं आ रहे, तो वृंदावन के मंदिरों में भी इसका असर दिखाई दिया.

इस कॉलोनी के लोगों से रूठे महाराज?
अब संत प्रेमानंद ने एनआरआई ग्रीन कॉलोनी के सामने से निकलना भी बंद कर दिया है. शनिवार सुबह समय में बदलाव कर रात दो बजे से सुबह चार बजे कर दिया और एनआरआई ग्रीन के सामने से न गुजरकर उनका काफिला प्रेम मंदिर के सामने से होकर रमणरेती पुलिस चौकी मोड़ से श्रीराधा केलि कुंज पहुंच रहा है. आश्रम के समीप पहुंचकर जब श्रद्धालुओं की भीड़ देख संत प्रेमानंद कार से उतरते हैं और चंद कदम तक भक्तों को दर्शन देते हुए ही आश्रम पहुंच रहे हैं.

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संत प्रेमानंद महाराज के अब कहां होंगे दर्शन? जाने से पहले जान लें सबकुछ

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