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भारत में आईफोन के कई मॉडल बनते हैं, लेकिन राहुल गांधी ने लोकसभा में खड़े होकर कहा कि आईफोन मेड इन इंडिया नहीं, बल्कि असेंबल्ड इन इंडिया हैं. असेंबलिंग और मैन्युफैक्चरिंग में क्या अंतर होता है? मेड इन इंडिया का …और पढ़ें
हाइलाइट्स
- राहुल गांधी ने कहा आईफोन मेड इन इंडिया नहीं, असेंबल्ड इन इंडिया है.
- भारत में आईफोन असेंबल करने वाली कंपनियां: फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन, विस्ट्रॉन.
- भारत में iPhone 12, 13, 14, 15 और 16 मॉडल असेंबल हो रहे हैं.
क्या आईफोन भारत में बनता है? लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में आईफोन को लेकर एक बात कही और इस पर चर्चा शुरू हो गई. उन्होंने कहा कि जो आईफोन हम इस्तेमाल करते हैं, वह मेड इन इंडिया (Made in India iPhone) नहीं है, बल्कि असेंबल्ड इन इंडिया (Assembled in India) है. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ये सभी फोन मेड इन चाइना (Made in China) हैं. इसलिए सरकार को मेड इन इंडिया पर फोकस करना चाहिए, न कि असेंबलिंग पर. तो ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वाकई भारत में आईफोन नहीं बनते? और यदि बनते हैं तो कौन-सी कंपनियां इसे बनाती हैं? प्लांट कहां लगाए गए हैं और आईफोन से भारत को कितना बिजनेस मिल रहा है? चलिए इसे थोड़ा विस्तार से समझते हैं.
दरअसल, राहुल गांधी की एक बात तो बिलकुल सही है कि भारत में आईफोन का संपूर्ण निर्माण (End-to-End Manufacturing) नहीं होता. बल्कि, अलग-अलग देशों से विभिन्न पुर्जे भारत में मंगाए जाते हैं और उन्हें असेंबल करके फोन बनाया जाता है. मतलब कि आईफोन मेड इन इंडिया नहीं है, असेंबल्ड इन इंडिया है. अभी तक ऐपल के सेंटर में भारत से पहले चीन ही रहा है. हालांकि यह परिदृश्य पिछले कुछ समय से भारत की तरफ शिफ्ट होना शुरू हुआ है. भविष्य में संभव है कि भारत में आईफोन के पार्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू हो जाए.
भारत में आईफोन असेंबल करने वाली तीन कंपनियां-
- फॉक्सकॉन (Foxconn): ताइवान की यह कंपनी तमिलनाडु के श्रीपेरुम्बुदूर में आईफोन असेंबल करती है.
- पेगाट्रॉन (Pegatron Corporation): पेगाट्रॉन ने तमिलनाडु के चेन्नई में एक असेंबली यूनिट स्थापित की है.
- विस्ट्रॉन (Wistron Corporation): पहले ताइवान की कंपनी थी, लेकिन अब इसे भारत के टाटा ग्रुप ने अधिग्रहित कर लिया है. इसका प्लांट बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थित है.
क्या ये कंपनियां भारत में आईफोन का निर्माण करती हैं?
फिलहाल, इन कंपनियों के असेंबली प्लांट भारत में हैं, जबकि इनकी असली मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चीन में स्थित हैं. हालांकि, भारत सरकार की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना के तहत इन कंपनियों को भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.
कौन-कौन से आईफोन मॉडल भारत में बन रहे हैं?
भारत में फिलहाल iPhone 12, 13, 14, 15 और 16 लाइनअप के कुछ मॉडल असेंबल हो रहे हैं. हालांकि, ये मॉडल पूरी तरह से भारत में मैन्युफैक्चर नहीं किए जा रहे हैं. अक्टूबर 2024 में एक रिपोर्ट में बताया गया कि ऐपल भारत में iPhone 16 सीरीज को पूरी तरह से मैन्युफैक्चर करने पर विचार कर रहा है. यदि ऐसा होता है, तो यह पहली बार होगा कि चीन से बाहर पूरी तरह से एक आईफोन मॉडल भारत में निर्मित होगा. ऐपल ने यह भी कहा कि भारत में बने iPhone दुनिया भर में निर्यात किए जाएंगे.
चीन से भारत शिफ्ट होने की वजह
यह पहली बार था, जब ऐपल ने चीन के बाहर अपने फोन मैन्युफैक्चर करने की बात कही. प्रोडक्शन को चीन से भारत लाने का यह कदम मुख्य रूप से अमेरिका और चीन के बीच भू-राजनीतिक तनाव की वजह से था. ऐपल का टारगेट अगले साल तक भारत में अपने iPhone उत्पादन को मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करना है.
2021 में भारत में बने iPhone 13 मॉडल ग्लोबल मार्केट में लॉन्च के कुछ महीनों बाद पहुंचे. 2022 में iPhone 14 के लिए यह अंतर घटकर दो सप्ताह से कम रह गया. 2023 में ऐपल ने भारत और चीन में एक साथ आईफोन 15 का उत्पादन किया, लेकिन पहले दिन भारत में बने मॉडल केवल स्थानीय स्तर पर उपलब्ध थे. भारत अब ऐपल के ग्लोबल प्रोडक्शन का 14 फीसदी योगदान देता है, जो पिछले वर्ष 7 फीसदी था. 2025 तक ऐपल इसे बढ़ाकर 25 फीसदी तक करना चाहता है. 2024 में भारत में प्रोडक्शन करने वाली तीनों कंपनियों ने भारत में 1.20 ट्रिलियन रुपये के मूल्य के आईफोन बनाए, जिनमें से 85,000 करोड़ रुपये मूल्य के आईफोन निर्यात किए गए. ऐपल भारत से मोबाइल निर्यात में नंबर 1 बना हुआ है और सरकार की PLI योजना का प्रमुख भागीदार भी है, जिससे स्थानीय उत्पादन और निर्यात को बढ़ावा मिल रहा है.
आईफोन के पार्ट्स कहां बनते हैं?
- सेमीकंडक्टर चिप: ताइवान की कंपनी TSMC बनाती है.
- डिस्प्ले: सैमसंग और LG द्वारा दक्षिण कोरिया में बनाया जाता है.
- मेमोरी चिप: SK Hynix (दक्षिण कोरिया) और तोशिबा (जापान) बनाते हैं.
- कैमरा: जापान की सोनी कंपनी बनाती है.
- अन्य पार्ट्स: जर्मनी, अमेरिका, चीन समेत कई देशों से आते हैं.
- असेंबली सेंटर: सबसे बड़ा असेंबली हब चीन है, जहां फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन आईफोन असेंबल करते हैं.
कैसे मिलता है मेड इन इंडिया का टैग?
भारत में किसी उत्पाद को मेड इन इंडिया टैग पाने के लिए केवल असेंबलिंग पर्याप्त नहीं होती, बल्कि उसे कुछ सरकारी मानकों को पूरा करना होता है. इसके लिए 35-50 फीसदी तक लोकल वैल्यू एडिशन (Value Addition) आवश्यक है. यदि केवल इम्पोर्ट किए गए पुर्जों को भारत में जोड़ा जाता है, तो इसे असेंबल्ड इन इंडिया (Assembled in India) माना जाता है. विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के नियमों के अनुसार, स्थानीय स्तर पर उत्पादन, मोल्डिंग, मशीनिंग जैसी प्रक्रियाएं जरूरी हैं. इसलिए मेड इन इंडिया का टैग तभी मिलता है जब निर्माण की अधिकांश प्रक्रिया भारत में हुई हो.
New Delhi,New Delhi,Delhi
February 04, 2025, 13:12 IST
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