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Sachin Tendulkar on Last Test Match: भारतीय क्रिकेट के महानतम बल्लेबाजों में शुमार सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी मैच साल 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ मुंबई में खेला था. उन्होंने संन्यास लेने के 12 साल बाद इस बात पर से पर्दा उठाया है कि अपने…और पढ़ें
नई दिल्ली. इंटरनेशनल क्रिकेट के कई यादगार मुकाबलों का गवाह वानखेड़े स्टेडियम के 50 साल पूरे हो चुके हैं. इस मौके पर मुंबई क्रिकेट संघ के भव्य समारोह में मौजूदा कप्तान रोहित शर्मा, सुनील गावस्कर, सचिन तेंदुलकर समेत कई दिग्गजों को बुलाया था. इस खास मौके पर मास्टर ब्लास्टर सचिन ने वानखेड़े से जुड़ा अपना यादगार किस्सा साझा किया. उन्होंने बताया कि करियर का आखिरी मुकाबला वो इसी मैदान पर खेलने उतरे थे जिसके बीसीसीआई से उन्होंने खास अनुरोध किया था.
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि उन्हें 2013 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेलते समय भी ऐसी ही भावनाओं का अनुभव हुआ था, जिसके शब्दो में बयां कर पानी मुश्किल है. उन्होंने कहा, ‘‘जब वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के कार्यक्रम की घोषणा की गई तो मैंने एन श्रीनिवासन (तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष) को फोन किया और अनुरोध किया कि क्या सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच वानखेड़े में खेला जा सकता है क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरी मां मुझे अपना आखिरी मैच खेलते हुए देखें.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरी मां ने उससे पहले कभी भी स्टेडियम आकर मुझे खेलते हुए नहीं देखा था. उस समय उनका स्वास्थ्य ऐसा था कि वह वानखेड़े को छोड़कर किसी अन्य स्थान पर नहीं जा सकती थी. बीसीसीआई ने बहुत शालीनता से उस अनुरोध को स्वीकार कर लिया और मेरी मां और पूरा परिवार उस दिन वानखेड़े में थे. आज जब मैंने वानखेड़े में कदम रखा, तो मैं उन्हीं भावनाओं का अनुभव कर रहा हूं.’’
तेंदुलकर ने कहा कि 2003 में वनडे विश्व कप फाइनल में पहुंचने के बाद भारत ने इस मैदान पर विश्व कप जीता था. उन्होंने विश्व कप जीतने के बाद साथी खिलाड़ियों के द्वारा कंधे पर उठाकर मैदान का चक्कर लगाने के बारे में कहा, ‘‘इस बात में तो कोई शक ही नहीं है कि वो मेरे जीवन का सबसे अच्छा पल था.’’
New Delhi,Delhi
January 20, 2025, 09:25 IST
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