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विशाल तिवारी/सुल्तानपुर: आज के समय में सरकारी नौकरी पाने के लिए हर कोई कठिन संघर्ष कर रहा है, लेकिन समाज में कुछ लोग ऐसे भी होते हैं, जो समाज सेवा को प्राथमिकता पर रखते हैं. उसके लिए चाहे उनको किसी भी चीज का त्याग ही क्यों न करना पड़े. कुछ ऐसा ही उदाहरण बने हैं सुल्तानपुर के रहने वाले डाक्टर अनूप मिश्रा. जिन्होंने यातायात जागरूकता और समाज सेवा के लिए अपनी सरकारी नौकरी का छोड़ दिया. जी हां अनूप मिश्रा ने सरकारी नौकरी छोड़ने के बाद एक फाउंडेशन की स्थापना की, जिसके माध्यम से प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में हेलमेट वितरण करते हैं और यात्रियों को जागरूक करने का काम करते हैं.
इतना बांट चुके हैं हेलमेट
लोकल 18 से बातचीत के दौरान डाक्टर अनूप मिश्रा ने बताया कि उन्होंने 2015 में अपने कुछ युवा साथी अनूप मिश्रा, स्वीटी मौर्या, वरुण रतन मौर्या, और अनुज विश्वकर्मा के साथ मिलकर यूनिक फाउंडेशन के नाम से एक फाउंडेशन बनाया है. जिसमें लगभग 40 से 45 युवाओं को शामिल किया गया है. जो यातायात को लेकर लोगों को जागरूक करने का काम करते हैं. अभी तक इन्होंने अपने मुहिम के माध्यम से लगभग 10 हजार से अधिक हेलमेट बांट दिए हैं.
इसलिए छोड़ी सरकारी नौकरी
28 वर्षीय युवा डॉ अनूप मिश्रा का चयन होम्योपैथिक डॉक्टर के रूप में सरकारी नौकरी के पद पर हुआ था. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने देखा कि यातायात की जागरूकता न होने की वजह से सुल्तानपुर में कई लोग आए दिन दुर्घटना का शिकार होते हैं. जो अनिश्चित मौत का कारण बनते हैं. ऐसे में हेलमेट न लगाने की वजह से जब वह दुर्घटनाग्रस्त होते हैं तो उनके सिर को काफी गहरी चोट पहुंचती है. यही वजह रही कि डॉ अनूप मिश्रा ने सरकारी नौकरी का परित्याग कर दिया और समाज सेवा के रास्ते पर अपने कदम बढ़ा दिए. जिसका परिणाम रहा कि सुल्तानपुर में आए दिन वे हेलमेट वितरण के साथ-साथ अन्य कई यातायात जागरूकता को लेकर कार्यक्रम करते हैं.
Tags: Hindi news, Local18, Sadak Suraksha Abhiyan
FIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 11:35 IST
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