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Agri Tips in Hindi: ज्यादा मुनाफा चाहिए तो किसान इस खास फसल की खेती कर सकते हैं. किसान रेत की मदद से ऐसी फसल लगा रहा है कि ताबड़तोड़ कमाई हो रही है.

तरबूज की खेती
हाइलाइट्स
- कौशांबी के किसान रेत में तरबूज की खेती कर कमा रहे लाखों.
- रेत में तरबूज की खेती से अधिक मीठे फल मिलते हैं.
- किसान उपेंद्र सिंह ने रेत में खेती का नया तरीका अपनाया.
Agri Tips in Hindi: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले की किसान रेत में भी किसानी करते हैं. अच्छी फसल पैदा करते हैं.रेत में तरबूज की खेती कुछ अलग ही तरीके से की जाती है और रेत के तरबूज अधिक मीठे होते हैं. कौशाम्बी जिले के रेत में तैयार की गई फसल बहुत ही प्रसिद्ध है. यह फसल बहुत दूर-दूर तक जाती है. रेत में तरबूज की अधिक पैदावार भी होती है.
कौशाम्बी जिले के कच्छर एरिया में अधिक क्षेत्रफल में किसन रेत में किसानी करते है और अच्छा मुनाफा कमाते हैं.
रेत में तरबूज की खेती
किसान रेत में 6 महीने तरबूज की खेती करते हैं.रेत में किसानी करने का अलग ही तरीका है. जहां किसान उपेंद्र सिंह ने कहा रेत गड्डे करके गोबर की खाद मिट्टी मिलाकर गड्ढे की पुराई की जाती है. फिर बीज को अंकुरित होने के बाद गड्डे में बोया जाता है. फिर पेड़ निकलना शुरू जो जाता है. बात करें खेत और रेत की तो खेत ज्यादा मुनाफा रेत में खेती करने में होता है.
रेत में 6 महीने तक खेती की जाती है. इसकी बुवाई दिसंबर माह से हीं शुरुआत की जाती है. लगभग 3 महीने फसल को तैयार करने में समय लगता है. तरबूज की फसल 6 माह की जाती है. रेत में किसानी करके अच्छी फसल पैदा करते है और किसान अच्छा मुनाफा कमाते हैं.
इन स्टेप्स को भी किया जाता है फॉलो
किसान उपेंद्र सिंह ने कहा नदी के सूख जाने के बाद गड्डे की खुदाई की जाती है. उसके गोबर की खाद एवं उर्वरक खाद को मिलाकर गड्ढे की पुराई की जाती है. फिर बीज को अंकुरित करके एक गड्ढे में तीन बीच को बोया जाता है. बात करें लागत की तो पेड़ के हिसाब से लागत आती है. लगभग हजार पेड़ों में 35 से 40 हजार की लागत आती है. मुनाफा भी अच्छा हो जाता है. एक सीजन में लगभग लाखों का मुनाफा हो जाता है. बिक्री की बात करें तो अधिकतर बिक्री कच्छर से हीं हो जाती है. अगर जिस दिन बिक्री नहीं होती है तो प्रयागराज एवं सैनी मण्डी ले जाते हैं. वहा भी अच्छे दामों में बिक जाती है.
March 03, 2025, 10:01 IST
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