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सालभर में लग जाते थे 24 गैस सिलेंडर, बहराइच के एक युवक ने निकाला ऐसा उपाय, अब खाना बनाने में एक भी रुपये नहीं होता खर्च

बहराइच: महंगाई की मार को लेकर हर कोई परेशान है. लोगों के काफी ज्यादा पैसे तो घर से किचन से लेकर बाहर के खर्चों में ही खत्म हो जा रहे हैं. घर की रसोई में ही महीने में 1 से 2 सिलेंडर तक खत्म हो जाते हैं. साल भर में 20 से 24 सिलेंडर बड़े आराम से खर्च हो जाते हैं. इनकी एवरेज कीमत की लगभग 24 से 25 हजार रुपए पहुंचती है. इसे देखते हुए बहराइच के एक युवक ने ऐसा उपाय निकाला है जिससे साल भर खाना बनाने में एक भी रुपये नहीं खर्च होते.

बहराइच जिले के रहने वाले किसान जगन्नाथ मौर्य ने बढ़ती महंगाई को देखते हुए बायोगैस प्लांट मात्र ₹8000 के खर्चे में लगवा लिया है. अब पिछले 6 से 7 महीने से लगातार सुबह शाम खाना बड़े आराम से 20 लोगों बन जाता है.

कैसे करता है बायोगैस प्लांट काम
बायोगैस प्लांट में पशुओं के व्यर्थ पदार्थ या एनर्जी क्रॉप्स के उपयोग से बायोगैस बनाई जाती है. एनर्जी क्रॉप्स को भोजन के बजाय बायोफ्यूल्स के लिए उगाया जाता है. बायोफ्यूल बायोमास कहे जाने वाले मृत ऑर्गेनिक तत्वों से बनाया जाता है और यह तरल, गैसीय या ठोस रूप में हो सकता है.

बायोगैस या गोबर गैस किसानों के लिए डबल फायदा
जहां एक और बायोगैस से न सिर्फ रसोई का खाना बनाया जा सकता है वहीं दूसरी ओर गैस के बाद निकलने वाले अवशेष को खेतों में खाद के रूप में इस्तेमाल भी किया जा सकता है. अगर आप भी बढ़ती महंगाई से परेशान हैं तो आप घर का खाना बनाने के लिए बायोगैस प्लांट बड़े आराम से लगवा सकते हैं. अनुदान पर मात्र ₹8000 का खर्च आता है. बस आपके पास दो गाय या भैंस होनी चाहिए जिनसे निकालने वाले गोबर से एक परिवार का खाना बड़े आराम से बनाया जा सकता है. यह इतना आधुनिक है कि इसमें लगे हुए फिल्टर की मदद से गैस दुर्गंध भी नहीं करती है और इसको चलाने में कोई विशेष मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है. बस गोबर डालने के बाद गैस बनना शुरू हो जाती है.

FIRST PUBLISHED : January 8, 2025, 08:04 IST

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