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Health Tips: चैत्र का महीना शुरू हो चुका है, लेकिन क्या आप जानते हैं चैत्र के महीने में ये चीजें खाना शरीर को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इस महीन में वसंत ऋतु का अंत और ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है. तापमान में बढ…और पढ़ें

डॉक्टर
हाइलाइट्स
- चैत्र में तैलीय, मसालेदार और भारी भोजन से परहेज करें
- पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए
- गुड़, नया गेहूं और बाजरा न खाएं
कोरबा:- भारतीय संस्कृति में ऋतुचर्या का महत्वपूर्ण स्थान है, जिसके अनुसार हर महीने के खान-पान में बदलाव करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है. चैत्र का आरंभ हो चुका है जो 12 अप्रैल 2025 तक रहेगा. इस दौरान हमें अपने खाने पीने पर विशेष ध्यान देना चाहिए. इस बारे में छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध आयुर्वेद चिकित्सक, नाड़ी वैद्य डॉ. नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया, कि चैत्र के महीन में वसंत ऋतु का अंत और ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत होती है. तापमान में बढ़ोतरी के कारण वातावरण गर्म और शुष्क होने लगता है. इस ऋतु परिवर्तन के कारण सर्दी, खांसी और बुखार की संभावना बढ़ जाती है. कमजोर पाचन शक्ति के कारण अपच, उल्टी और डिहाइड्रेशन जैसी बीमारियां भी हो सकती हैं. इसलिए, तैलीय, मसालेदार और भारी भोजन से परहेज करना चाहिए.
पानी सही मात्रा में पीना चाहिए
इस बारे में डॉ. शर्मा ने बताया कि गर्मी बढ़ने के कारण डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है, इसलिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीना चाहिए.वातावरण में शुष्क होने की वजह से आंखों में सूखापन की समस्या भी हो सकती है, जिसके बचाव के लिए आंखों को समय-समय पर धोना चाहिए और चिकित्सक से परामर्श लेकर आंखों में गुलाबजल डालना चाहिए. चैत्र महीने में हल्का, ताजा और आसानी से पचने वाला भोजन करना चाहिए और बासी भोजन से बचना चाहिए. आगे वे बताते हैं इस महीने में गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है. वहीं चने का सेवन स्वास्थ्य के लिए हितकर है.
क्या खाना चाहिए
चना, जौ, ज्वार की खीर, चावल, मक्के की खीर, छिलके वाली मूंग दाल, अमरूद, अनार, संतरा, सेब, अंगूर, नारियल, सहजन की फली, हरा धनिया, अदरक, पुदीना, करेला, ककड़ी, लौकी, काली मिर्च, सूखा धनिया, मीठा नीम, अजवाइन, जीरा, मेथी, सौंफ.
क्या नहीं खाना चाहिए
गुड़, नया गेहूं, बाजरा, मक्का, उड़द दाल, कुलथी दाल, राजमा, गाजर, मूली, मटर, फूल गोभी, पत्ता गोभी, बैंगन, मेथी, सरसों का साग, अरबी, आम, आम का रस, पपीता, केला, ज्यादा तेल-मसाले वाले, देर से पचने वाले भारी भोजन और बासी भोजन.
ऐसी रखें अपनी दिनचर्या
डॉक्टर शर्मा ने बताया, कि रात को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए. सुपाच्य और ताजा भोजन करना चाहिए. पानी ज्यादा पीना चाहिए. योग-प्राणायाम, ध्यान और यथाशक्ति शारीरिक व्यायाम करना चाहिए, लेकिन ज्यादा मेहनत से बचना चाहिए. सुबह देर तक सोने, मसालेदार, तैलीय, भारी भोजन करने, यथाशक्ति श्रम और व्यायाम न करने, तामसिक आहार के सेवन, दिन में सोने और रात में जगने से बचना चाहिए.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.
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