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श्रावण मास का पावन समय भक्ति, श्रद्धा और आस्था का संगम लेकर आता है. जहां एक ओर भोलेनाथ की आराधना का माहौल गूंजता है, वहीं दूसरी ओर गिरिराज पर्वत की परिक्रमा का विशेष महत्व भी भक्तों को अपनी ओर खींचता है. गोवर्धन धाम में इन दिनों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. हर तरफ बस भक्ति का अद्भुत और अलौकिक नजारा देखने को मिल रहा है.

श्रावण मास में जहां भगवान भोले की आराधना बढ़ जाती है, तो वहीं गिर्राज पर्वत की भी आस्था लोगों के अंदर जग जाती है. श्रावण मास में गोवर्धन के गिरिराज जी पर्वत की परिक्रमा करने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं.

तस्वीरों में आप देखेंगे एक अद्भुत और अलौकिक नजारा. गोवर्धन परिक्रमा में जन सैलाब उमड़ पड़ा है. तस्वीरें अलौकिक हैं और आपको आश्चर्य में डाल देंगी. गोवर्धन परिक्रमा लगाने के लिए देश के कौन-कौन से श्रद्धालु गोवर्धन धाम पहुंच रहे हैं.

श्रावण मास में गोवर्धन की परिक्रमा लगाने के लिए जन सैलाब उमड़ रहा है. लोग देश के कोने-कोने से गिरिराज जी की परिक्रमा करने के लिए गोवर्धन धाम पहुंच रहे हैं.

श्रावण मास में गोवर्धन की परिक्रमा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. दानघाटी मंदिर को भी अलौकिक और दिव्यता देने के लिए रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. मंदिर पर जगमग करती हुई लाइटें लोगों के मन को मोह रही हैं.

यही वजह है कि श्रावण मास में लोग परिक्रमा देने के लिए गोवर्धन धाम पहुंचते हैं. गिरिराज जी की असीम कृपा श्रावण मास में परिक्रमा करने वाले भक्तों पर बरसती है. भगवान की भक्ति में श्रद्धालु लीन होकर 21 किलोमीटर की इस परिक्रमा को करते हैं.

कहा जाता है कि श्रावण मास में ठाकुर जी स्वयं गिरिराज जी की तलहटी में विचरण करते हैं. जो भक्त सच्चे मन और श्रद्धा से उनकी परिक्रमा करता है और सेवा-पूजा में लीन रहता है, उसे गिरिराज महाराज मनवांछित फल प्रदान करते हैं.
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