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Ghaziabad News Today: गाजियाबाद के नाहल गांव में पुलिस ने नन्हू और अब्दुल सलाम को पकड़ा, जो सिपाही सौरभ सिंह की हत्या में शामिल थे. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हुए. उनसे हथियार और बाइक बरामद हुई.

गाजियाबाद पुलिस मामले की जांच कर रही है. (PTI)
हाइलाइट्स
- पुलिस ने सिपाही के हत्यारों को पकड़ा और घायल अवस्था में भर्ती कराया.
- नन्हू और अब्दुल सलाम से हथियार और बाइक बरामद हुई.
- दोनों बदमाश पुलिस की जवाबी कार्रवाई में घायल हुए.
Ghaziabad News Today: गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र के नाहल गांव में पुलिस ने दो वांछित बदमाशों को पकड़ा है. उनकी पहचान नन्हू और अब्दुल सलाम के रूप में हुई. ये दोनों नोएडा के सिपाही सौरभ सिंह की हत्या के मामले में शामिल थे. पुलिस से बचने के लिए उन्होंने गोली चलाई, लेकिन बच नहीं सके. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए.
गाजियाबाद पुलिस, स्वाट टीम और मसूरी थाने की टीम नाहल गांव के पास चेकिंग कर रही थी. रात में एक बाइक पर सवार दो संदिग्ध युवक दिखे. पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी गोलीबारी में दोनों बदमाशों के पैरों में गोली लगी और वे गिरकर घायल हो गए. उनकी पहचान नन्हू (पुत्र इलियास) और अब्दुल सलाम (पुत्र अबरार) के रूप में हुई. दोनों नाहल गांव के निवासी हैं और हत्या के मामले में वांछित थे.
पुलिस ने आरोपियों से दो .315 बोर तमंचे, दो खोखा कारतूस, दो जिंदा कारतूस और एक स्प्लेंडर बाइक बरामद की. पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि वे नोएडा पुलिस पर हमले में शामिल थे. यह हमला तब हुआ था जब पुलिस हिस्ट्रीशीटर कादिर को गिरफ्तार करने गई थी. कादिर के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव और गोलीबारी की थी, जिसमें सौरभ कुमार की मृत्यु हो गई थी.
नाहल गांव पहले भी अपराध की घटनाओं में चर्चा में रहा है. गांव के कुख्यात अपराधी कादिर पर 24 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. उसकी कोठी को अपराध का अड्डा माना जाता है. 25 मई की रात कादिर की गिरफ्तारी के समय उसने लोगों को भड़काया, जिससे हिंसा हुई. गिरफ्तार नन्हू और अब्दुल सलाम के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. यह गिरफ्तारी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और आगे की जांच जारी है.

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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