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बलिया: यह छोटे-छोटे हरे रंग के पत्ते न केवल आंखों को सुकून देते हैं, बल्कि गर्मी के दिनों में पेट को ठंडक पहुंचाने के लिए किसी जड़ी-बूटी से भी कम नहीं हैं. इसे लोग पुदीना कहते हैं. इसका सेवन एक गुणकारी दवा के रूप में भी प्रयोग किया जाता है. पुदीने के पत्ते की चटनी के स्वाद का कोई जवाब नहीं है. गर्मी के दिनों में खासकर भोजन के साथ इसका प्रयोग काफी लोकप्रिय है. इसका सेवन अनेकों प्रकार से किया जाता है. यहीं नहीं पुदीना अनेक बीमारियों को भी दूर करने में बेहद लाभकारी और गुणकारी है. विस्तार से जानिए…
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. सुभाष चंद्र यादव ने कहा कि आयुर्वेद में पुदीना खाने के अनेकों अद्भुत फायदे हैं. पुदीना शरीर को डीहाइड्रेट रखने में काफी मददगार है. गर्मी के मौसम में तो इसका सेवन किसी संजीवनी से कम नहीं है.
पाचन तंत्र में लाभ:- पुदीना के सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है. यही नहीं अपच, गैस, और पेट फूलने जैसी तमाम समस्याओं में कारीगर है.
पेट के लिए रामबाण:- पुदीना की हरी पत्तियां पेट दर्द, ऐंठन, कब्ज, दस्त, और पेट में सूजन जैसे तमाम रोगों को दूर करने में मदद करती हैं.
क्षमता में वृद्धि:- अनेक पोषक तत्वों से भरपूर पुदीने के सेवन से शरीर को एनर्जी भी मिलती है, जिससे शरीर में ताकत और ताजगी की अनुभूति होती है.
मुंह की दुर्गंध दूर:- इसकी पत्तियां चबाने या पानी में मिलाकर कुल्ला करने से मुंह और सांसों तक की बदबू खत्म होती है.
शरीर कूल:- जगजाहिर हैं कि पुदीने की तासीर ठंडी होती है. यही वजह है कि गर्मी के मौसम में इसका सेवन शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है.
इम्युनिटी बूस्टर:- इसमें विटामिन सी व एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण शरीर की इम्यूनिटी पावर भी बढ़ती है.
सिरदर्द व माइग्रेन:- पुदीना में मैग्नीशियम होने से सिरदर्द और माइग्रेन भी बेहद लाभकारी और गुणकारी है.
त्वचा में लाभकारी:- इसका सेवन त्वचा की बीमारियों (मुंहासों और दाग-धब्बों) से निजात दिला सकती है.
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