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नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम के ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी ने एक ऐसी पारी खेल डाली जिसकी उम्मीद हर एक भारतीय लगाकर बैठा था. बॉक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय टीम पर फॉलोऑन का खतरा मंडरा रहा था और नीतीश कुमार रेड्डी ने शतकीय पारी खेलकर इसे टाल दिया. ऑस्ट्रेलिया की टीम ने पहली पारी में 474 रन बनाए थे और भारत ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 9 विकेट पर 358 रन बनाए. नीतीश रेड्डी 105 रन बनाकर खेल रहे हैं और भारत 116 रन पीछे है.
नीतीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इसी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान डेब्यू किया है. पिछले तीनों ही मुकाबले में इस 21 साल के खिलाड़ी ने नीचले क्रम में आकर टीम के लिए उपयोगी पारी खेली थी. पर्थ में 41, 38 एडिलेड में 42,42 रन की पारी खेली थी. मेलबर्न में नीतीश कुमार रेड्डी ने मुश्किल में फंसी टीम इंडिया के लिए सेंचुरी ठोक डाली. टीम इंडिया के लिए धमाल मचाने वाले इस युवा की प्रतिभा को बीसीसीआई के पूर्व मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने छोटी उम्र में ही पहचान लिया था.
एमएसके प्रसाद ने नीतीश की सेंचुरी के बाद स्टार स्पोर्ट्स पर बताया, मेरे पास नीतीश कुमार रेड्डी महज 12 साल की उम्र में आए थे. उनको मैंने सिर्फ 6 बॉल खेलते देखा और तभी मुझे अंदाजा लग गया था कि बच्चे में काफी प्रतिभा है. नीतीश के पिता मुत्याला ने अफने बच्चे के लिए नौकरी छोड़ दी थी. मेरे पास जब बच्चे को लेकर आए तो बता कि वो पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं. मैंने नीतीश का सारा खर्च उठाने की बात करते हुए उनको ट्रेनिंग देने की बात स्वीकार की.
आगे उन्होंने कहा, नीतीश कुमार का शतक देखने के बाद मैं बेहद भावुक हो गया हूं, मेरे शब्द नहीं निकल गए. ये सब एक दिन में नहीं हुआ है. हमने इस बच्चे पर काफी समय दिया है और वो भी कभी मेहनत करने से पीछे नहीं हटा. हम सभी को पता था कि नीतीश में प्रतिभा है और वो बड़े मंच पर खुद को सबित कतरेंगे.
Tags: Boxing Day Test, India vs Australia, Nitish Kumar Reddy
FIRST PUBLISHED : December 28, 2024, 18:27 IST
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